पंजाब: कोरोना वायरस संक्रमण का डर, बेटे ने संक्रमित मां का शव लेने से किया इनकार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस ने संक्रमण को लेकर चल रही आशंकाओं ने अब रिश्तों को भी तार-तार करना शुरू कर दिया है।
संपर्क में आने से संक्रमण होने के खतरे को देखते हुए लोग अब संक्रमित हुए अपनों से भी दूरी बनाने लगे हैं।
पंजाब के लुधियाना में भी एक ऐसी घटना सामने आई है। यहां कोरोना संक्रमण से बुजुर्ग महिला की मौत होने के बाद उसके खुद के बेटे ने संक्रमित होने के डर से शव लेने से इनकार कर दिया।
अंतिम संस्कार
जिला प्रशासन ने कराया बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सामान्य) इकबाल सिंह संधू ने बताया कि शिमलापुरी गांव निवासी 69 वर्षीय महिला की संक्रमण के चलते सोमवार को मौत हो गई थीं।
उसके बेटे को इसकी सूचना दी तो उसने अस्पताल पहुंचकर संक्रमण के डर से शव लेने से इनकार कर दिया।
उन्होंने उसे संक्रमण से बचाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने के लिए भी समझाया, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ।
उसके बाद जिला प्रशासन द्वारा महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
संवेदनहीनता
बेटे ने दिखाई संवेदनहीनता, अंतिम संस्कार के समय कार से भी नहीं उतरा
बेटे के शव लेने से इनकार करने के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार जगसीर सिंह ने सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट पहुंचाया।
इस दौरान उसका बेटा और परिवार के अन्य लोग भी कार से वहां पहुंचे, लेकिन वो संवेदनहीनता दिखाते हुए कार से भी नीचे नहीं उतरे।
बाद में प्रशासन के कर्मचारियों ने ही मुखाग्नि देते हुए अंतिम संस्कार किया। इस घटना ने अधिकारियों को भी स्तब्ध कर दिया।
जानकारी
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने लोगों की यह अपील
इस घटना के स्पब्ध हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संधू ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर मामले की जानकारी दी है। इस वीडियो में वो लोगों से कोरोना वायरस की वजह से रिश्तों को ताक पर नहीं रखने की अपील करते नजर आ रहे हैं।
प्रकरण
31 मार्च को करया था अस्पताल में भर्ती
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संधू ने बताया कि महिला को तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
इसके बाद गत 31 मार्च को उसे फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब महिला की जांच कराई गई तो उसके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई।
उन्होंने बताया कि उपचार के बाद भी महिला को राहत नहीं मिल रही थी। सोमवार को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और शाम को उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पहले भी हुआ
परिजनों ने बेटे का शव मंगवाने से कर दिया था इनकार
पंजाब में जहां बेटे ने कोरोना संक्रमित मां का शव लेने से इनकार कर दिया, वहीं गत 24 मार्च को हरियाणा के यमुनानगर में ऐसा ही एक मामला सामने आया था।
यहां के सिढ़ौरा निवासी विपिन की इटली में कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। भारतीय दूतावास ने परिजनों को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने शव मंगवाने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने दूतावास और सरकार से इटली में ही विपिन का अंतिम संस्कार कराने को कहा था।
अंतिम संस्कार
हरियाणा में कोरोना से मौत होने पर सरकार ही करवाएगी अंतिम संस्कार
हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि अगर किसी कोरोना पीड़ित की मौत होती है तो उसका अंतिम संस्कार सरकार ही करवाएगी।
अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी शहरी निकाय विभाग के कर्मचारियों की होगी। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि मृतक के धर्म के मुताबिक ही उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इसके लिए शहरी निकाय के कर्मचारियों को PPE किट मुहैया करवाई जाएगी। इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई है।