दिल्ली में 3 IAS अभ्यर्थियों की मौत पर विरोध प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ फूटा गुस्सा
क्या है खबर?
दिल्ली में शनिवार शाम को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले 3 अभ्यर्थियों की मौत हो गई।
इस घटना के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे अन्य अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा।
उन्होंने कोचिंग सेंटर के बाहर रातभर विरोध प्रदर्शन किया, जो रविवार सुबह भी जारी रहा। अभ्यर्थी सड़क पर बैठकर 'हमें न्याय चाहिए' के नारे लगा रहे हैं।
निशाना
अभ्यर्थियों ने साधा MCD पर निशाना
प्रदर्शन कर रहे एक IAS अभ्यर्थी ने दिल्ली नगर निगम (MCD) पर निशाना साधते हुए कहा, "MCD का कहना है कि यह एक आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। 'आपदा' ऐसी चीज है जो कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने बताया कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से नाले की सफाई कराने की कह रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
मांग
"घटना की जिम्मेदारी ले सरकार"
मामले में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देते हुए मुख्य सचिव से 24 में भीतर रिपोर्ट मांगी है।
इस पर अभ्यर्थियों ने कहा, "घटना की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है। हम चाहते हैं दिल्ली सरकार से कोई यहां आए और उन सभी छात्रों की जिम्मेदारी ले, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। सरकार के मंत्री और प्रतिनिधि अपने एसी कमरों से ट्वीट करके या पत्र लिखकर किसका भविष्य सुधार रहे हैं? हमें मामले में न्याय चाहिए।"
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
#WATCH | Old Rajender Nagar incident | Delhi: On Minister Atishi's order for a magisterial inquiry, a protesting student says, "There is no one to take the responsibility. We want someone from the government to come here and take responsibility for all the students who have lost… pic.twitter.com/WYVIZHZ8rb
— ANI (@ANI) July 28, 2024
घटना
कैसे हुई 3 अभ्यर्थियों की मौत?
दिल्ली में शनिवार शाम को जबरदस्त बारिश हुई। कई इलाकों में जलभराव होने के बाद कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में 12 फीट तक पानी भर जाने से 2 छात्राओं और 1 छात्र की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी श्रेया, तेलंगाना निवासी तान्या और केरल नेविन के रूप में हुई है।
घटना के समय कोचिंग सेंटर में 30 से अधिक छात्र थे, जिन्हें गोताखारों की मदद से बाहर निकाला, लेकिन 3 अभ्यर्थी काल का ग्रास बन गए।