अरुणाचल प्रदेश में चीन के खिलाफ प्रदर्शन, राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका गया
क्या है खबर?
अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार करने पर राज्य के तेजू शहर में चीन के खिलाफ प्रदर्शन हुए और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका गया।
विरोध-प्रदर्शन का आयोजन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की लोहित इकाई, अखिल अरुणाचल प्रदेश युवा संगठन और तिरप, चांगलांग, लोंगडिंग छात्र संघ की ओर से किया गया।
शहर के घंटाघर से गांधी चौक तक निकाले गए जुलूस में स्थानीय निवासी और छात्र शामिल हुए।
विवाद
क्या है मामला?
इस समय चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों का आयोजन हो रहा है, जिसमें भारत की अलग-अलग टीमें हिस्सा ले रही हैं।
भारत की वूशु टीम में अरुणाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ी शामिल थे, जिन्हें वीजा देने से चीन ने इनकार कर दिया। इस वजह से ये तीनों टीम के साथ हांगझोऊ रवाना नहीं हो सके।
खबर है कि चीन ने इन तीनों खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा जारी करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे भारत ने ठुकरा दिया।
विरोध
खिलाड़ियों को 20 लाख रुपये का प्रोत्साहन देगी राज्य सरकार
राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बुधवार को घोषणा की कि जो 3 खिलाड़ी, ओनिलु तेगा, न्येमान वांगसु और मेपुंग लाम्गु, हांगझोऊ में एशियाई खेलों में भाग नहीं ले सके, उन्हें इसके बावजूद भारतीय वुशु टीम के प्रतिभागियों के रूप में माना जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य की खेल नीति के अनुसार खिलाड़ियों को 20 लाख रुपये का प्रोत्साहन देने और कोच माईबम प्रेमचंद्र सिंह को एथलीटों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में से 10 प्रतिशत हिस्सा देने की घोषणा की।