प्रोफेसर नईमा खातून बनीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति, जानें उनके बारे में
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के इतिहास में पहली बार किसी महिला को कुलपति नियुक्त किया गया है। यहां प्रोफेसर नईमा खातून कुलपति का जिम्मा संभालेंगी। सोमवार को प्रोफेसर खातून के नाम की आधिकारिक घोषणा की गई। प्रोफेसर 100 सालों के इतिहास में यह पद पाने वालीं पहली महिला बन गई हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग से भी उनकी नियुक्ति को लेकर अनुमति मांगी गई थी। आयोग द्वारा कोई आपत्ति न जताए जाने पर नाम का खुलासा हुआ।
कौन हैं नईमा खातून?
प्रोफेसर खातून 2014 से AMU की महिला कॉलेज की प्रधानाचार्य हैं। उनके पास 3 दशक से अधिक समय का शैक्षणिक अनुभव है। स्नातक होने के बाद उन्होंने मनोविज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और अगस्त, 1988 में AMU से एक लेक्चरर के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। महिला कॉलेज की प्रधानाचार्य बनने से पहले उन्होंने कई प्रमुख पदों पर जिम्मेदारियों को संभाला है। उन्होंने 6 किताबें लिखी हैं और देश-विदेश में राजनीतिक मनोविज्ञान पर व्याख्यान दिए हैं।
3 उम्मीदवार थे दौड़ में शामिल
AMU के कुलपति पद के लिए 3 उम्मीदवारों को नाम का चयन किया गया था। इनमें से किसी एक के नाम पर मुहर लगाने के लिए पिछले साल नवंबर में प्रस्तावित नामों की सूची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेजी गई थी। प्रस्तावित नामों में नईमा खातून के अलावा AMU में फैकल्टी ऑफ मेडिसिन के पूर्व डीन प्रोफेसर मुजफ्फर उरूज रब्बानी और पटना के चाणक्य नेशनल लॉ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फैजान मुस्तफा भी शामिल थे।