कल सुबह 10 बजे देश को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, लॉकडाउन पर अहम ऐलान संभव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानि 14 अप्रैल को सुबह दस बजे देश को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है। कल ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित 21 दिन का राष्ट्रीय लॉकडाउन खत्म होने जा रहा है और देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री इसे आगे बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं। शनिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ हुई उनकी बैठक में लॉकडाउन बढ़ाने पर आम सहमति बनी थी।
लॉकडाउन को दो हफ्ते और बढ़ाने पर केंद्र और राज्यों में आम सहमति
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था जो 25 मार्च को शुरू होने के बाद कल खत्म होने जा रहा है। शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच लॉकडाउन को आगे बढ़ाने या हटाने पर अहम बैठक हुई थी जिसमें लॉकडाउन को दो हफ्ते और बढ़ाने पर आम सहमति बनी। हालांकि, ये लॉकडाउन पिछले लॉकडाउन से कुछ अलग होगा।
तीन जोन में विभाजित किया जा सकता है देश
लॉकडाउन के इस चरण में केंद्र सरकार देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभाजित करने पर विचार कर रही है। हर जोन में अलग तरह के प्रतिबंध होंगे। रेड जोन मेें किसी प्रकार की गतिविधि की इजाजत नहीं होगी। इसी तरह ऑरेंज जोन में आंशिक तौर पर सार्वजनिक यातायात को खोला जाएगा। सबसे ज्यादा छूट वाले ग्रीन जोन में छोटे उद्योगों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है। हालांकि सभी को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा।
15 औद्योगिक क्षेत्रों को मिल सकती है पाबंदियों में छूट
इसके अलावा रुकी हुई आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए भी कुछ राहतें दी जा सकती हैं। उद्योग मंत्रालय ने 15 औद्योगिक क्षेत्रों को लॉकडाउन के दौरान कुछ राहतें देने की सिफारिश की है ताकि इनमें आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकें। सिफारिश में कहा गया है कि ये उद्योग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 25 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम कर सकते हैं। कृषि क्षेत्र को भी इससे छूट देने की बात हो रही है।
छह राज्य कर चुके हैं लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान
इस बीच छह राज्य पहले ही लॉकडाउन का आगे बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। ओडिशा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और कर्नाटक में लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया गया है, वहीं पंजाब में इसे एक मई तक बढ़ाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने खुद से फैसला लेने की स्वतंत्रता भी मांगी थी और इस बार के लॉकडाउन में राज्यों को खुद से कुछ फैसले लेने की आजादी दी जा सकती है।
21 दिन के लॉकडाउन का क्या असर रहा?
भारत में 21 दिन का लॉकडाउन कितना प्रभावी साबित हुआ, इस पर अभी तक पुख्ता आंकड़ें तो सामने नहीं आए हैं लेकिन अन्य देशों से तुलना करने पर प्रतीत होता है कि देश वायरस को बहुत तेजी से फैलने में रोकने में कामयाब रहा है। देश में लगभग सात दिनों में मामले दोगुने हो रहे हैं जो अन्य किसी देश की तुलना में काफी बेहतर है और कुछ विशेषज्ञों ने इसे अच्छा संकेत बताया है।
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
सोमवार सुबह आठ बजे तक भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 9,152 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 308 लोगों की इसके कारण मौत हो गई, वहीं 857 लोगों को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां संक्रमण के 1,985 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में 149 लोगों की मौत हुई है। अब तक लगभग 1.6 लाख लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है।