झूठा निकला निर्भया गैंगरेप जैसा गाजियाबाद का केस, प्रोपर्टी विवाद के कारण रची गई थी साजिश
निर्भया गैंगरेप मामले की याद दिलाने वाला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का गैंगरेप केस झूठा निकला है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि महिला ने आरोपियों को फंसाने के लिए झूठी कहानी रची थी और उसका आरोपियों के साथ एक प्रोपर्टी विवाद चल रहा है। पुलिस के अनुसार, महिला ने अपने अन्य कुछ सहयोगियों की मदद से ये पूरी साजिश रची और मामले को उछालने के लिए कुछ लोगों को पैसे भी दिए।
महिला ने क्या आरोप लगाए थे?
दिल्ली की रहने वाली 36 वर्षीय महिला मंगलवार को गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में बेहोशी की हालत में एक बोरी में बंधी मिली थी। अपनी शिकायत में उसने कहा था कि वह गाजियाबाद अपने भाई का जन्मदिन मनाने आई थी और उसका भाई रात को उसे बस स्टॉप तक छोड़ कर गया था। महिला के अनुसार, कार से आए पांच लोग बस स्टॉप से उनका अपहरण करके ले गए और दो दिन तक गैंगरेप किया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के ट्वीट से सुर्खियों में आ गया था मामला
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी घटना पर ट्वीट किया था, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया था। उन्होंने कहा था कि आरोपियों ने महिला के गुप्तांगों में रॉड घुसाई और बेहोश मिलने के समय भी रॉड उसके अंदर थी।
पुलिस को ऐसे हुआ महिला पर शक
पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर पांच में से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन पूछताछ में आरोपियों ने महिला के साथ प्रोपर्टी का विवाद चलने की बात बताई। इसके बाद पुलिस ने महिला और उसके दोस्तों की लोकेशन पता करवाई। इसमें सामने आया कि आजाद नामक महिला के एक दोस्त ने अपना फोन ठीक उसी जगह बंद किया था जहां महिला बेहोश मिली थी। यही नहीं, इसके बाद से ही उसका फोन स्विच ऑफ था।
आजाद से पूछताछ में हुआ पूरी साजिश का खुलासा
शक होने पर पुलिस ने आजाद को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आजाद ने कबूल किया कि महिला और उसका आरोपियों के साथ दिल्ली की एक प्रोपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। उसके फोन की जांच करने पर पुलिस को पूरी साजिश का पता चल गया और इस बात का खुलासा हुआ कि आरोपियों को गैंगरेप के केस में फंसाकर प्रोपर्टी पर कब्जा करने के लिए ये पूरी साजिश रची गई थी।
शाहदरा की 53 लाख रुपये की संपत्ति को लेकर है विवाद
पुलिस के अनुसार, आजाद और महिला ने दिल्ली के शाहदरा में 53 लाख रुपये की एक संपत्ति नहीं खरीदी थी, हालांकि उन्हें अभी तक इसका कब्जा नहीं मिला है और आरोपियों के साथ उनका कड़कड़डूमा कोर्ट में केस भी चल रहा है।
लापता नहीं थी महिला, दोस्तों के साथ रह रही थी- पुलिस
मेरठ रेंज के IG प्रवीण कुमार ने बताया कि आजाद और महिला ने गौरव और अफजाल नामक अन्य दो आरोपियों के साथ मिलकर गैंगरेप की झूठी कहानी रची। उन्होंने कहा कि महिला दो दिन तक लापता नहीं थी, बल्कि अपने दोस्तों के साथ ही रह रही थी। उनके अनुसार, महिला अपनी इच्छा से गौरव की गाड़ी में बैठकर घटनास्थल से गई थी। GPS के जरिए गाड़ी के पूरी रूट की पुष्टि करके उसे बरामद कर लिया गया है।
पुलिस ने कहा- गुप्तांगों में मिली वस्तु रॉड नहीं तार था
गाजियाबाद पुलिस ने यह दावा भी किया है कि महिला के गुप्तांगों में मिली वस्तु रॉड नहीं बल्कि एक टंग क्लीनर जैसा यू शेप का लोहे का तार था। महिला अभी दिल्ली के गुरू तेग बहादुर अस्पताल में भर्ती है, जहां वह नर्स है। उसने गाजियाबाद और मेरठ के अस्पतालों में भर्ती होने और अपनी मेडिकल जांच कराने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण भी पुलिस को उस पर शक हुआ। अभी तक रेप की पुष्टि नहीं हुई है।