मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने पुलिस अधिकारी को ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतारा
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के शहडोल में शनिवार रात रेत माफिया ने एक पुलिस अधिकारी को ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।
सहायक उपनिरीक्षक (ASI) महेंद्र प्रसाद बागरी ने रेत से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की थी, जिसके बाद चालक ने ट्रैक्टर को उन पर ही चढ़ा दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना
रात लगभग 11:30 बजे हुई वारदात
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, घटना ब्योहारी थाना क्षेत्र में आने वाले बड़ौली हेलीपैड के पास शनिवार रात लगभग 11:30 बजे हुई।
ब्योहारी थाने में ASI के पद पर तैनात बागरी ASI गया प्रसाद कनौजिया और सिपाही संजय दुबे के साथ एक फरार आरोपी को पकड़ने जा रहे थे, तभी उन्होंने हेलीपैड के पास ट्रैक्टर दिखाई दिया, जो अवैध रेत से भरा हुआ था।
उन्होंने पुलिस वाहन से उतरकर इस ट्रैक्टर को रुकने को कहा।
हत्या
रोकने की बजाय चालक ने ASI बागरी पर चढ़ाया ट्रैक्टर
ASI बागरी के रोकने पर भी चालक ने ट्रैक्टर को नहीं रोका और भागने की कोशिश में उन पर ही ट्रैक्टर चढ़ा दिया।
ट्रैक्टर के नीचे आने से ASI बागरी की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं ट्रैक्टर भी पलट गया।
बागरी के साथ आए ASI कनौजिया और सिपाही दुबे घटना में बचने में कामयाब रहे और उन्होंने ही फोन कर थाने को वारदात की जानकारी दी, जिसके बाद अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
कार्रवाई
ट्रैक्टर के मालिक पर 30,000 का इनाम घोषित, रेत माफिया पर FIR
वारदात के बाद आरोप चालक मौके से फरार हो गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे और उसके सहायक को गिरफ्तार कर लिया।
ट्रैक्टर का मालिक अभी भी फरार है और पुलिस ने उसकी सूचना देने पर 30,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है।
इसके अलावा माफिया पिता-पुत्र आशुतोष सिंह और सुरेंद्र सिंह के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है।
शहडोल के ADGP डीसी सागर, पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी देर रात घटनास्थल पर पहुंचे।
परिवार
पत्नी और 3 छोटी बेटियां पीछे छोड़कर गए ASI बागरी
मृतक ASI बागरी मध्य प्रदेश के सतना के रहने वाले थे और उनके परिवार में पत्नी और 3 बेटियां शामिल हैं। तीनों बेटियों अभी छोटी हैं और सबसे बड़ी बेटी की उम्र मात्र 14 साल है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध खनन होता है और रेत माफिया निरंकुश हैं।
पिछले साल नवंबर में शहडोल में ही रेत माफिया ने पटवारी प्रसन्न सिंह को ऐसे ही ट्रैक्टर से कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था।