चंद्रयान-3 लैंडिंग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़कर बनेंगे ऐतिहासिक पल के गवाह
क्या है खबर?
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर पूरे देश में उत्सुकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक पल का गवाह वर्चुअली जुड़कर बनेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 15वें BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की आधिकारिक यात्रा पर हैं। ऐसे में वह दक्षिण अफ्रीका से ही देश के तीसरे चंद्र मिशन के लैंडिंग कार्यक्रम में शामिल होंगे।
चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (LM) लैंडर विक्रम रोवर प्रज्ञान के साथ बुधवार शाम 6ः04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा।
प्रार्थना
सफल लैंडिंग के लिए पूरे देश में हो रही प्रार्थना
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती की गई। श्रद्धालु चंद्रयान-3 की फोटो लेकर मंदिर पहुंचे।
उत्तराखंड के ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन घाट पर तिरंगा लेकर गंगा आरती की गई।
लखनऊ की हजरत शाह मीना शाह दरगाह पर भाजपा नेता मोहसिन रजा ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए दुआ मांगी। यहां इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में भी चंद्रयान-3 की सफलता के लिए विशेष नमाज अदा की गई।
मिशन
चंद्रयान-3 की सफलता से चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला चौथा देश बनेगा भारत
अभी तक अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं। अगर चंद्रयान-3 लैंडिंग में सफल रहता है तो भारत इन तीनों देशों के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
हालांकि, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कोई लैंडिंग नहीं कर सका है और अगर चंद्रयान-3 सफल रहता है तो भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन जाएगा।
2019 में असफलता के बाद चंद्रमा पर उतरने का यह भारत का दूसरा प्रयास है।