प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मृति चिन्हों की नीलामी शुरू, बोले- लोग बोली लगाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मृति चिन्हों की नीलामी का छठा संस्करण शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने लोगों से इसमें बोली लगाने को कहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'हर साल मैं सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान प्राप्त होने वाली विभिन्न स्मृति चिन्हों की नीलामी करता हूं। नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे पहल में जाती है। मुझे खुशी है कि इस साल की नीलामी शुरू हो गई है। आपको जो भी स्मृति चिन्ह दिलचस्प लगे, उसके लिए बोली लगाएं!'
600 से अधिक वस्तुओं की होगी नीलामी
नीलामी में 600 से अधिक वस्तुओं को शामिल किया जाएगा। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में प्रधानमंत्री की स्मृति चिन्हों का प्रदर्शन किया था। इस दौरान शेखावत ने बताया कि 600 से अधिक वस्तुओं का आधार मूल्य एक सरकारी समिति द्वारा निर्धारित किया जाएगा। यह नीलामी 17 सितंबर से शुरू होगी, जो प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर है, और 2 अक्टूबर तक चलेगी।
ओलंपिक खिलाड़ियों द्वारा दिया गया उपहार भी शामिल
इस बार ओलंपिक खिलाड़ियों के उपहार नीलामी में शामिल होगा। इसमें एनकेस्ड स्पोर्ट्स शूज, जिनकी कीमत 2.86 लाख रुपये, पैरालंपिक रजत पदक विजेजा शरद कुमार की हस्ताक्षरित कैप, जिसकी कीमत 2.86 लाख रुपये है। बैडमिंटन रैकेट की कीमत 5.50 लाख रुपये है, डिस्कस की कीमत 5.50 लाख रुपये है। यह स्मृति चिन्ह पैरालंपिक खिलाड़ी अजीत सिंह, सिमरन शर्मा, निषाद कुमार, नित्या सिवान, सुकांत कदम, योगेश खातुनिया द्वारा दिए गए हैं।
इन मूर्तियों की भी होगी नीलामी
नीलामी में राम मंदिर का मॉडल, जिसकी कीमत 5.50 लाख रुपये, मोर प्रतिमा, जिसकी कीमत 3.30 लाख रुपये, राम दरबार की मूर्ति, जिसकी कीमत 2.76 लाख रुपये, चांदी की वीणा, जिसकी कीमत 1.65 लाख रुपये है, शामिल है। केंद्र सरकार के मुताबिक, जो लोग अधिक किफायती विकल्प चाहते हैं, उनके लिए नीलामी में सूती अंगवस्त्रम, टोपी और शॉल जैसी वस्तुएं भी उपलब्ध होंगी, जिनकी कीमत 600 रुपये से शुरू होगी। इसके अलावा पेंटिंग और कलाकृति भी शामिल हैं।
ऑनलाइन कैसे लगा सकते हैं बोली?
ई-नीलामी में भाग लेने के इच्छुक व्यक्ति आधिकारिक वेबसाइट pmmementos.gov.in के जरिए पंजीकरण करा सकते हैं और बोली लगा सकते हैं। स्मृति चिन्हों की नीलामी जनवरी 2019 में शुरू हुई थी, जो इस बार छठी बार हो रही है। पिछली नीलामी में सामूहिक रूप से 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई गई थी। रकम नमामि गंगे कार्यक्रम को भेजी जाती है। यह कार्यक्रम गंगा सफाई के लिए है, जिसे केंद्र सरकार ने जून 2014 में शुरू किया था।