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राम मंदिर में राम-सीता की विवाह पंचमी के मुहूर्त पर भगवा फहराएंगे प्रधानमंत्री मोदी, जानिए कार्यक्रम
राम मंदिर में मंगलवार को झंडा फहराएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल तस्वीर: एक्स/@ShriRamTeerth)

राम मंदिर में राम-सीता की विवाह पंचमी के मुहूर्त पर भगवा फहराएंगे प्रधानमंत्री मोदी, जानिए कार्यक्रम

लेखन गजेंद्र
Nov 24, 2025
01:01 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर में मंगलवार 25 नवंबर को भगवा ध्वजारोहण होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ठीक 12 बजे मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराएंगे, जिसमें चमकता हुआ सूरज, कोविदारा पेड़ और 'ॐ' लिखा होगा। झंडा फहराने का कार्यक्रम श्रीराम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त पर होगा, जो सामाजिक-सांस्कृतिक और आध्यात्मिक माहौल को यादगार बनाएगा।

कार्यक्रम

जानिए प्रधानमंत्री मोदी का पूरा कार्यक्रम

PMO के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 10 बजे सप्तमंदिर में महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी के दर्शन करेंगे। इसके बाद वे शेषावतार मंदिर जाएंगे। सुबह 11 बजे माता अन्नपूर्णा मंदिर जाएंगे। इसके बाद राम दरबार में पूजा करेंगे और बाद में रामलला गर्भगृह में दर्शन करेंगे। दोपहर 12 बजे भगवा झंडा फहराएंगे, जो मंदिर निर्माण के पूरा होने, सांस्कृतिक उत्सव और राष्ट्रीय एकता के नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।

मुहूर्त

इसी दिन हुआ था सीता और राम का मिलन

यह कार्यक्रम मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की शुभ पंचमी को होगा, जो श्रीराम और माता सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त के साथ होगा। यह दिन ईश्वरीय मिलन का प्रतीक है। PMO के मुताबिक, यह तारीख नौवें सिख गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को भी दर्शाती है, जिन्होंने 17वीं सदी में अयोध्या में 48 घंटे बिना रुके ध्यान किया था, जिससे इस दिन का आध्यात्मिक महत्व और बढ़ जाता है।

झंडा

10 फीट ऊंची और 20 फीट लंबा है झंडा

मंदिर के शिखर पर फहरने वाला भगवा झंडा 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा समकोण वाला तिकोना होगा, जिस पर सूरज, कोविदारा पेड़ और 'ॐ' लिखा है। इसे उत्तर भारतीय नागर आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर 42 फुट लंभे ध्वज दंड पर फहराया जाएगा। मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर वाल्मीकि रामायण पर आधारित भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े 87 बारीकी से पत्थर पर उकेरे गए प्रसंग हैं।