प्रधानमंत्री मोदी ने किया द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन, जानिए क्या है खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के पहले ऐलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन किया। यह दिल्ली-गुरूग्राम के बीच यातायात में सुधार लाएगा। हरियाणा के दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर देशभर में कुल एक लाख करोड़ रुपये की 112 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसमें लखनऊ रिंग रोड के 3 पैकेज, आंध्र प्रदेश में आनंदपुरम-पेंडुरथी-अनाकापल्ली खंड, हिमाचल प्रदेश में किरतपुर-नेरचौक खंड और कर्नाटक में डोबास्पेट-हेसकोटे खंड का उद्घाटन शामिल है।
द्वारका एक्सप्रेसवे की क्या है खासियत?
8 लेन द्वारका एक्सप्रेसवे 29 किलोमीटर लंबा है और इसके हरियाणा खंड को 4,100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इसमें 10.2 किलोमीटर लंबा हिस्सा दिल्ली-हरियाणा सीमा से बसई रेल-ओवर-ब्रिज और 8.7 किलोमीटर लंबा हिस्सा बसई रेल-ओवर-ब्रिज से खेड़की दौला तक जाएगा। यह एक्सप्रेसवे शिवमूर्ति से शुरू होकर दिल्ली में द्वारका सेक्टर-21, गुरुग्राम सीमा और बसई से गुजरते हुए खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास खत्म होगा। इसमें सुरंग के जरिए दिल्ली हवाई अड्डा पहुंचा जा सकेगा।
एक्सप्रेसवे में 2 लाख मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल
इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 2 लाख मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है, जो एफिल टावर में इस्तेमाल स्टील का करीब 30 गुना अधिक है। इसके अलावा 20 लाख मीटर क्यूबिक कंक्रीट की खपत का अनुमान है, जो बुर्ज खलीफा में इस्तेमाल कंक्रीट का 6 गुना है। यह एक्सप्रेसवे सुरक्षा मानकों पर खरा उतरा है। यहां टोल कलेक्शन सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक है। इसका निर्माण 4 अलग-अलग कंपनियों की ओर से किया गया है।