
टैरिफ तनाव के बीच पहली बार मिलेंगे डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी, मलेशिया में होगी बातचीत
क्या है खबर?
अमेरिका के साथ टैरिफ तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मलेशिया में पहली बार मुलाकात हो सकती है। दोनों नेता इस महीने के अंत में कुआलालंपुर में होने वाले आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान बातचीत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी 26 और 27 अक्टूबर को 47वें आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मलेशिया की यात्रा पर जाएंगे। राष्ट्रपति ट्रंप की भी इस सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है।
दौरा
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने ट्रंप के आने की पुष्टि की
मलेशिया के प्रधानमंत्री दातुक सेरी अनवर इब्राहिम ने अगस्त में संसद को जानकारी दी थी कि उनकी राष्ट्रपति ट्रंप से आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने को लेकर बात हुई थी। ट्रंप ने उनका आमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे सम्मेलन में हिस्सा लेने आएंगे। हालांकि, अभी तक व्हाइट हाउस की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर जल्द ही विदेश मंत्रालयविदेश मंत्रालय की ओर से घोषणा की जाएगी।
विवाद
अमेरिका और भारत के रिश्तों में कम हो रही खटास
राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जिससे भारत-अमेरिका के रिश्तों में खटास बढ़ गई है। इसके बाद ईरान के चाबहार पोर्ट पर प्रतिबंध के ऐलान ने दूरियां बढ़ाने का काम किया। इस बीच दोनों पक्ष ने व्यापारिक बातचीत भी बंद कर दी थी। हालांकि, अब रिश्तों में खटास कम हो रही है। व्यापारिक बातचीत फिर शुरू हो चुकी है। मोदी और ट्रंप सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
सम्मेलन
क्या है आसियान शिखर सम्मेलन?
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों (ASEAN) के संगठन के वार्षिक आयोजन को आसियान शिखर सम्मेलन कहते हैं। यह संगठन 10 देशों का क्षेत्रीय समूह है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को हुई थी, जिसे क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक विकास, और शांति को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। संगठन में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल होते रहे हैं।