प्रधानमंत्री मोदी ने किया बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण, जानिए इससे जुड़ी खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की उरई तहसील के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया है। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर पूरा किया गया है। 29 फरवरी, 2020 को प्रधानमंत्री ने इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कल ट्वीट कर उद्घाटन की जानकारी देते हुए बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास में इस एक्सप्रेसवे की महत्ता पर भी प्रकाश डाला था।
दिल्ली से चित्रकूट की दूरी महज 7 घंटे में होगी पूरी
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से चार-लेन के इस 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण किया है। प्राधिकरण के अनुसार, इस चार लेन एक्सप्रेसवे को बाद में छह लेन तक भी बढ़ाया जा सकता है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से चित्रकूट और राजधानी दिल्ली के बीच का सफर लगभग 7 से 8 घंटे में पूरा किया जा सकता है। मौजूदा समय में यह सफर लगभग 12 घंटे में पूरा होता था।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर छह महीने तक मुफ्त में सफर
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। अभी इस एक्सप्रेसवे पर यात्रियों से टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। UPEIDA प्रोजेक्ट सहायक अभियंता एसके यादव का कहना है कि एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा लगाने और अन्य कई तरह के अधूरे पड़े टेस्टिंग, पेंटिंग व फ्लाईओवर के छोटे-मोटे काम को पूरे होने में छह से सात महीने का वक्त और लगेगा। इस कारण तब तक यहां किसी से कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा।
छह हिस्सों में बंटा है यह एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे को 50-50 किलोमीटर की लंबाई के हिसाब से छह भागों में बांटा गया है। तीसरे और चौथे पैकेज का काम पूरा हो चुका है और इन हिस्सों की वाणिज्यिक संचालन की तारीख (COD) भी घोषित कर दी गई है।
कैसा है बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे?
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बन जाने से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे पर चार रेलवे ओवरब्रिज, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, छह टोल प्लाजा, चार जन सुविधा केंद्र और 14 से ज्यादा बड़े पुल बनाए गए हैं। इस पर 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे पशुओं को दूर रखने के लिए दोनों तरफ कंटीली तार की बाड़ लगाई गई है।
एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी से जुड़ी खास बातें
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले के गोंडा गाँव में NH-35 को इटावा जिले के कुदरैल गाँव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ता है। यह बांदा जिले के 28 गांवों को छूकर करीब 80 किमी के क्षेत्र से गुजर है। यहां के लोग महोखर, मवई, हथौड़ा और बिसंडा से एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेंगे। अपनी 296 किलोमीटर लंबी दूरी में यह एक्सप्रेसवे 8 नदियों बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर से होकर गुजरता है।