
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- पूर्वोत्तर में 10,000 युवाओं ने हथियार डाले, बम-बंदूक और बंद बीती बात
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित 'राइजिंग नॉर्थ ईस्ट' निवेशक सम्मेलन में भाग लिया और पूर्वोत्तर राज्यों में अधिक से अधिक निवेश को कहा।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में पिछले 11 साल में काफी बदल चुका है, यहां पिछले 10 सालों में केंद्र सरकार के मंत्रियों ने 700 से अधिक बार दौरा किया है।
उन्होंने कहा कि एक समय था, जब पूर्वोत्तर का नाम बम, बंदूक और बंद से जुड़ा था, लेकिन आज शांति है।
बयान
क्या बोले मोदी?
मोदी ने कहा, "किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए शांति और कानून-व्यवस्था सबसे जरूरी है। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी, हमारी सरकार शून्य सहिष्णुता की नीति पर चलती है। एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट के साथ बम, बंदूक और अवरुद्ध का नाम जुड़ा था। इसका सबसे अधिक नुकसान युवाओं को हुआ, जिनके हाथ से कई अनगिनत मौके निकल गए। हमारा ध्यान नॉर्थ ईस्ट के युवाओं के भविष्य पर है, इसलिए कई शांति समझौते किए हैं।"
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10,000 से अधिक युवाओं ने छोड़ा हथियार- मोदी
मोदी ने कहा कि सरकार ने युवाओं को विकास की मुख्य धारा में आने का अवसर दिया है, जिससे पिछले 10 से 11 साल में 10,000 से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता चुना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज नॉर्थ ईस्ट युवाओं को अपने क्षेत्र में रोजगार और स्वरोजगार के लिए नए मौके मिल रहे हैं और नार्थ ईस्ट का युवा अपने क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू कर रहा है।
नार्थ ईस्ट डिजिटल गेटवे बन रहा है।
ट्विटर पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण
#WATCH | दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी है, शांति और कानून-व्यवस्था। आतंकवाद हो या अशांति फैलाने वाले माओवादी। हमारी सरकार शून्य सहिष्णुता की नीति पर चलती है। एक समय था जब नॉर्थ-ईस्ट के साथ 'बम और बंदूक' का नाम जुड़ा हुआ था।… pic.twitter.com/3RIEf4FA7q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 23, 2025
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पूर्वी भारत का विकास बहुत जरूरी है- मोदी
मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना बहुत जरूरी है। नॉर्थ ईस्ट पूर्वी भारत का सबसे अहम अंग है।
उन्होंने कहा, "हमारे लिए 'EAST' का मतलब सिर्फ एक दिशा नहीं बल्कि 'एम्पावर, एक्ट, स्ट्रैंथ और ट्रांस्फॉर्म' है। पूर्वी भारत के लिए यही हमारी सरकार की नीति है।"
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में पर्यटन की भी आपार संभावनाएं हैं और यहां बेहतर बुनियादी ढांचा हर विकास की पहली शर्त है।