
प्रधानमंत्री मोदी दिवाली पर हिमाचल प्रदेश पहुंचे, लेप्चा में तैनात जवानों संग मनाएंगे त्योहार
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिवाली मानने के लिए हिमाचल प्रदेश के लेप्चा पहुंचे। वह इस बार यहां तैनात सेना के जवानों के साथ 'प्रकाश के पर्व' को मनाएंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले 9 सालों से दिवाली का त्योहार सेना के जवानों के साथ मनाते आ रहे हैं। उन्होंने अपनी इस परंपरा को इस बार भी जारी रखा है।
ऐसे में मोदी आज लद्दाख सीमा से लगे लेप्चा में तैनात सैनिकों के साथ अपनी दिवाली मनाने वाले हैं।
प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने दिवाली पर देशवासियों को दी शुभकामनाएं
2014 में प्रधानमंत्री के पद पर काबिज होने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी जवानों के साथ ही अपनी दिवाली मनाते हैं। वह हर साल सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल और उत्साह बढ़ाने के लिए उनके बीच ही अपनी दिवाली मनाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देशवासियों को दिवाली के पर्व की शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने लिखा, 'देश के अपने सभी परिवारजनों को दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं।'
ट्विटर पोस्ट
दिवाली मानने जवानों के बीच पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
Reached Lepcha in Himachal Pradesh to celebrate Diwali with our brave security forces. pic.twitter.com/7vcFlq2izL
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
दूसरा
प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार पहुंचे हैं लेप्चा
लेप्चा से प्राचीन तिब्बत का रास्ता जाता है, जिससे पहले व्यापार होता था। 2016 में भी प्रधानमंत्री मोदी लेप्चा आए थे और ये उनका दूसरा दौरा है। वह इस बार यहां दिवाली मानने के लिए पहुंचे हैं।
लेप्चा सीमा पर तैनात जवान देश की रक्षा के लिए बड़ी कठिन परिस्थितियों का सामना करते हैं। बर्फबारी के कारण रास्ते बंद होने से ये इलाका कई महीनों तक मुख्य धारा से कटा रहता है।
लेप्चा
सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है लेप्चा
हिमाचल प्रदेश का लेप्चा क्षेत्र दक्षिण लद्दाख के इलाके से लगा हुआ है। यहां बहुत तेज ठंड और बर्फबारी होती है। सर्दियों के दिनों में यहां तापमान शून्य डिग्री से नीचे चला जाता है।
ये इलाका सुरक्षा और सामरिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। बीते सालों से चीन से तनातनी के बाद से यहां भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की तैनाती को काफी बढ़ा दिया गया है।
मोदी की लेप्चा में मौजूदगी चीन के लिए स्पष्ट संकेत है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले कुछ सालों से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं। ये तनाव अप्रैल, 2020 से जारी है और जून, 2020 में गलवान में हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे।
सीमा पर तनाव के बाद पहली बार अप्रैल, 2023 में दिल्ली में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में दोनों देशों के रक्षामंत्रियों के बीच बातचीत शुरू हुई थी, जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंची।