महिलाओं की सुरक्षित यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के राजौरी में शुरू हुई 'पिंक कैब'
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर में मोटर वाहन विभाग के सहयोग से शुक्रवार को विशेष 'पिंक कैब' की शुरुआत की गई है। इस अभियान का शुभारंभ राजौरी जिले से किया गया। इस मौक़े पर राजौरी के आयुक्त एजाज अहमद असद ने कहा कि पिंक कैब महिलाओं और छात्राओं के लिए विशेष हैं। आइए जम्मू-कश्मीर राज्य में पहली बार शुरू की गई इस पिंक कैब सुविधा के बारे में विस्तार से जानें।
प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 तक उपलब्ध होगी सुविधा
जिले में आवागमन के दौरान महिलाओं को सम्मानजनक यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए छह आठ सीट वाले पिंक कैब की शुरुआत की गई है। यह पिंक कैब सेवा प्रतिदिन सुबह 08:00 बजे से रात 08:00 बजे तक उपलब्ध होगी। जिन मार्गों पर कैब को चलाया जाएगा, उनका चयन यातायात विभाग राजौरी द्वारा किए गए सर्वेक्षण के बाद किया गया है। यक़ीनन पिंक कैब शुरू होने के बाद से महिलाओं की यात्रा पहले से ज़्यादा सुरक्षित हो सकती है।
इन रास्तों पर चलेगी कैब
बता दें कि ये सभी पिंक कैब पुराने बस स्टैंड से सरकारी मेडिकल कॉलेज और AH, नए बस स्टैंड से सरकारी मेडिकल कॉलेज और पुराने बस स्टैंड से खंदली के बीच चलेंगे।
भीड़भाड़ वाले रास्तों पर चलेंगी कैब
आयुक्त एजाज ने बताया कि ये कैब उन भीड़भाड़ वाले रास्ते पर चलेंगी, जिन रास्तों पर महिलाओं और छात्राएँ यात्रा करती हैं। महिलाओं को सुरक्षित आवागमन सुविधा प्रदान करने के लिए ज़िला प्रशासन ने पिंक कैब की सेवा शुरू की है। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर आयुक्त एजाज़ ने कहा कि इस दिवस को मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य लड़कियों में उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाना है, ताकि वे एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
महिलाओं की बेहतरी के लिए शुरू की गई है यह सेवा- ARTO
सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (ARTO) अंजार अहमद ने कहा, "हम इस तरह की और पहल करने की पूरी कोशिश करेंगे। मैं महिलाओं से आग्रह करूँगा कि वे इस सेवा का पूरी तरह से उपयोग करें, क्योंकि यह उनकी बेहतरी के लिए शुरू की गई है।"
ज़िला प्रशासन ने बालिकाओं के कल्याण के लिए की है कई पहल
आयुक्त एजाज आगे कहा कि महिलाएँ आज के समय में सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभाएँ दिखा रही हैं, लेकिन समय की ज़रूरत है कि शैक्षिक और व्यावसायिक गतिविधियों में उन्हें अवसर प्रदान करके उनकी क्षमता को और बढ़ाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ज़िला प्रशासन ने बालिकाओं के कल्याण के लिए कई पहल की है, ताकि उन्हें सही प्रकार का वातावरण प्रदान किया जा सके, जिससे वह अपनी छिपी हुई प्रतिभा को उजागर कर सकें।
किया गया जागरूकता रैली का आयोजन
आयुक्त एजाज़ ने मौके पर उपस्थित छात्राओं को 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान के बारे में समाज में जागरूकता फैलाने पर भी बल दिया। केवल यही नहीं उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए जिले की जनता से भी सहयोग माँगा। इस अवसर पर जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया। रैली PWD डाक बंगला राजौरी से शुरू हुई और सरकारी गर्ल्स मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल राजौरी में समाप्त हुई।