सूडान: 1,700 भारतीयों को संघर्ष क्षेत्र से बाहर निकाला गया, 600 से अधिक भारत पहुंचे
सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। गुरुवार को विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि सूडान में रह रहे लगभग 3,400 भारतीय नागरिकों में से 1,700 से अधिक को संघर्ष क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का ध्यान अपने हर नागरिक को जल्द से जल्द खतरे से बाहर निकालने पर है और अभी भी कई नागरिक संघर्ष क्षेत्र में फंसे हुए हैं।
सूडान में फंसे 600 से अधिक नागरिक लौटे भारत- विदेश सचिव
क्वात्रा ने कहा कि सूडान में सत्ता को लेकर सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष के बीच फंसे लगभग 3,400 भारतीय नागरिकों ने बाहर निकलने के लिए या तो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है या फिर वे दूतावास के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 1,700 से अधिक भारतीय नागरिक अब तक वहां से निकाले जा चुके हैं, जबकि 600 से अधिक लोग भारत लौट चुके हैं या अभी रास्ते में हैं।
विदेश सचिव बोले- सूडान में अस्थिर बनी हुई है स्थिति
विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि कुछ भारतीय नागरिकों को अभी भी राजधानी खार्तूम के बाहरी क्षेत्रों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। भारत सरकार उन्हें सड़क मार्ग से पोर्ट सूडान ले जाने की कोशिश कर रही है। इसके बाद उन्हें युद्धपोतों और सैन्य विमानों से सऊदी अरब के जेद्दाह भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीजफायर के बावजूद सूडान में जमीनी स्थिति अत्यधिक अस्थिर बनी हुई है।
495 भारतीय सऊदी अरब के जेद्दाह में मौजूद- रिपोर्ट
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार रात को एक चार्टर्ड विमान से 360 भारतीयों को जेद्दाह से वापस लाया गया, जबकि भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान से सूडान में फंसे 246 लोगों को महाराष्ट्र भेजा जा रहा है। वर्तमान में कुल 495 भारतीय नागरिक जेद्दाह में हैं, जबकि 320 लोग पोर्ट सूडान में है और अधिक से अधिक को खार्तूम से पोर्ट सूडान तक बसों में ले जाया जा रहा है।
भारतीय मूल के करीब 1,000 लोगों का सूडान में घर
क्वात्रा ने कहा, "सूडान में भारतीय मूल के करीब 1,000 लोगों का घर भी है, जिनके परिवार यहां 100 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं। हम उन्हें भी सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने में मदद के लिए तैयार हैं।" उन्होंने बताया कि सऊदी अरब में तैनात भारतीय वायुसेना के दो C-130J मध्यम लिफ्ट विमान और नौसैनिक युद्धपोत पोर्ट सूडान में पहुंचने वाले भारतीयों को जेद्दाह ले जाने के लिए लाल सागर के पार जाएंगे।
आज रात समाप्त हो जाएगी सीजफायर की अवधि
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने 24 अप्रैल को घोषणा की थी कि सूडान के संघर्ष में शामिल दोनों पक्षों के बीच मानवीय सहायता और विदेशियों की निकासी के लिए 72 घंटे के सीजफायर पर सहमति बनी है। सेना के कमांडर जनरल अब्देल-फतह बुरहान और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान दगालो ने अलग-अलग बयानों के माध्यम से इसकी पुष्टि की थी। हालांकि, ये सीजफायर की अवधि आज रात को समाप्त हो जाएगी।
क्या है ऑपरेशन कावेरी ?
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष छिड़ा हुआ है। 10 दिनों तक चले संघर्ष के बाद दोनों पक्षों ने 24 अप्रैल को संघर्ष विराम का ऐलान किया था। इसी बीच भारत सरकार ने सूडान में फंसे अपने नागरिकों के निकालने के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया था। इस अभियान में वायुसेना के विमान C-130 और नौसेना के युद्धपोत द्वारा भारतीय नागरिकों को सऊदी अरब के जेद्दाह में लाकर फिर उन्हें भारत वापस लाया जा रहा है।