बलिया: पुलिस की मौजूदगी में चली गोली से एक की मौत, भाजपा कार्यकर्ता पर आरोप
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में गुरुवार को पुलिस और आला अधिकारियों की मौजूदगी में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली चलाने वाला आरोपी भाजपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है, जो अभी तक फरार है। घटना जिले के दुर्जनपुर गांव की है। यहां राशन कोटा आवंटन को लेकर बैठक चल रही थी। इस बैठक में स्थानीय पुलिस, SDM और सर्कल ऑफिसर (CO) भी मौजूद थे। उनके सामने यह पूरी घटना हुई।
सरकारी कोटे की दुकान की चयन प्रक्रिया में हुए था विवाद
घटना के बारे में जानकारी देते हुए बलिया के पुलिस अधीक्षक (SP) देवेंद्र नाथ ने बीबीसी को बताया कि दुर्जनपुर गांव में सरकारी कोटे की दुकान की चयन प्रक्रिया चल रही थी। इसमें दो सहायता समूह के लोग शामिल हुए थे। इनमें से एक का समर्थन धीरेंद्र प्रताप सिंह कर रहे थे। बैठक के दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। हंगामा बढ़ता देखकर SDM ने चयन प्रक्रिया को स्थगित कर दिया था।
घर वापस जाते लोगों पर की गई फायरिंग
नाथ ने आगे बताया कि बैठक खत्म होने के बाद जब लोग वापस जाने लगे तो धीरेंद्र प्रताप सिंह ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में गोली जयप्रकाश को लगी, जिन्होंने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
फायरिंग से पहले हुई थी हिंसक झड़प
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि फायरिंग से पहले दोनों पक्षों के बीच ईंट-पत्थर और लाठी डंडे भी चले थे। हिंसक झड़प में छह लोग हुए हैं। लोगों का आरोप है कि हिंसा होते देख रहे पुलिसकर्मियों और दूसरे अधिकारियों ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया। अगर वो समय रहते कदम उठाते तो गोलीबारी की घटना टल सकती थी। लोगों का कहना है कि घटना के दौरान SDM, CO और भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे।
किस बात को लेकर शुरू हुआ था विवाद?
दरअसल, राशन कोटे के लिए चार महिला समूहों ने आवेदन किया था। इनमें से दो के बीच मतदान की जरूरत महसूस की गई। एक पक्ष के पास आधार कार्ड थे और दूसरे पक्ष के पास आधार कार्ड नहीं थे। बैठक में बिना आधार कार्ड पहुंचे लोग आवंटन के लिए मतदान करना चाहते थे। इस बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। जब विवाद बढ़ा तो SDM ने दुकानों की चयन प्रक्रिया को स्थगित कर दिया।
यहां देखिये फायरिंग के दौरान का वीडियो
विपक्ष के निशाने पर सरकार, अधिकारी निलंबित
पुलिस और अधिकारियों की मौजूदगी में एक व्यक्ति की हत्या होने के बाद राज्य सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ गई। सपा और कांग्रेस समेत कई दलों ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की आलोचना की है। फजीहत से बचने के लिए सरकार के तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूदा SDM, CO और पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। आरोपी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है।
भाजपा विधायक बोले- आरोपी ने पार्टी के साथ काम किया
गोली चलाने के आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को स्थानीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जा रहा है। इंडिया टुडे से बात करते हुए सुरेंद्र सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपी भाजपा का कार्यकर्ता है। उन्होंने कहा, "धीरेंद्र सिंह कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी का काम करते थे। गोली चलने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सिंह की बहन, पिता और परिजन भी इस घटना में चोटिल हुए हैं।"
ऐसी घटना कहीं भी हो सकती है- सिंह
इससे पहले कल सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि ऐसी घटना कहीं भी हो सकती है। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से पत्थरबाजी हो रही थी। कानून अपना काम करेगा। सिंह ने कहा, "मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करता हूं। साथ ही मैं प्रशासन की एकतरफा जांच की भी निंदा करता हूं। अगर धीरेंद्र सिंह आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाते तो उनके परिवार के दर्जनों लोग मारे जा सकते थे।"