AMU के प्रोफेसर की रेप को लेकर हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी, प्रशासन ने दिया नोटिस
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के एक प्रोफेसर के दुष्कर्म पर दिए गए लेक्चर के दौरान हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
प्रोफेसर ने एक स्लाइड के जरिए यह आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस स्लाइड के सोशल मीडिया पर वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया है।
हालांकि, AMU ने प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रोफेसर को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
प्रकरण
दुष्कर्म के मामले को लेकर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
इंडिया टुडे के अनुसार, AMU के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ जितेंद्र कुमार ने गत दिनों कॉलेज में दुष्कर्म को लेकर लेक्चर दिया था।
इसमें उन्होंने कुछ स्लाइड के जरिए दुष्कर्म की जानकारी देते हुए हिंदू देवी-देवताओं को उदाहरण के तौर पर पेश किया और आपत्तिजनक टिप्पणी भी की थी।
इसको लेकर एक युवक अजय सेहरावत ने प्रोफेसर की स्लाइड और टिप्पणियों को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था।
शिकायत
युवक ने ट्वीट के बाद खड़ा हुआ विवाद
युवक के स्लाइड को ट्वीट करने के बाद यह तेजी से वायरल हो गई और इस पर विवाद खड़ा हो गया। कई लोगों ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताते हुए प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। इतना ही भाजपा नेता निशित शर्मा ने लेक्चरर के खिलाफ पुलिस को तहरीर भी दे दी।
उनका कहना था कि प्रोफेसर ने पढ़ाई के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
कार्रवाई
कॉलेज प्रशासन ने प्रोफेसर को जारी किया नोटिस
मामले में विवाद बढ़ने के बाद AMU प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
AMU प्रशासन ने कहा, "अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और चिकित्सा संकाय दुष्कर्म के पौराणिक संदर्भ पर स्लाइड सामग्री की निंदा करता है। इसी तरह छात्रों, कर्मचारियों और नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए डॉ जितेंद्र को कारण बताओ नोटिस दिया है।"
समिति
AMU प्रशासन ने जांच के लिए गठित की समिति
इस मामले में AMU प्रशासन ने जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का भी गठन किया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की सिफारिश की है कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो।
AMU प्रशासन की कार्रवाई के बाद प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ने बिना किसी शर्त के माफी भी मांग ली है। उनका जवाब आने तक उन्हें अध्यापन कार्य से रोका गया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की योजना भी बनाई है।