छत्तीसगढ़: स्वास्थ्य केंद्र में बंधक बनाकर नर्स का गैंगरेप, वीडियो बनाने का भी आरोप
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य केंद्र में बंधक बनाकर नर्स का गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। नर्स को स्वास्थ्य केंद्र में अकेली देख आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं पांचवें आरोपी की तलाश जारी है।
पीड़िता ने आरोपियों पर पूरी वारदात का वीडियो बनाने और पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
घटनाक्रम
दिवाली की छुट्टी के कारण स्वास्थ्य केंद्र में अकेली थी नर्स
घटना महेंद्रगढ़ जिले के झगराखंड थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव की है।
थानाध्यक्ष दीपेश सैनी ने बताया, "पीड़िता एक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स है। स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी और पंचायत भवन भी हैं। दिवाली की छुट्टियां होने के कारण शुक्रवार को ये सभी बंद थे। स्वास्थ्य केंद्र में नर्स अकेली थी। इसी दौरान दोपहर 3 बजे 5 लोग स्वास्थ्य केंद्र में आए और नर्स को बंधक बनाकर उसका गैंगरेप किया।"
घटनाक्रम
आरोपियों ने लगभग दो घंटे तक दिया वारदात को अंजाम
थानाध्यक्ष सैनी के अनुसार, आरोपियों ने शाम लगभग 5 बजे पीड़िता के हाथ-पैर खोले और जाते समय किसी को भी घटना के बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी दी।
वारदात के बाद पीड़िता बड़ी मुश्किल से स्कूटी से अपने घर पहुंची और अपने परिजनों को पूरी घटना के बारे में बताया।
इसके बाद उसके परिजन उसे लेकर झगराखंड थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
बयान
पांच में से चार आरोपी एक ही गांव के
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि पांच में से चार आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं, वहीं पांचवां आरोपी एक दूसरे गांव का रहने वाला है। उसने कहा कि आरोपियों ने गैंगरेप का वीडियो भी बनाया था।
मामले में तत्पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही एक 17 वर्षीय नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पांचवां आरोपी अभी भी उसकी गिरफ्त से बाहर है।
विरोध-प्रदर्शन
भाजपा के थाने के आगे प्रदर्शन, महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने मांगी सुरक्षा
घटना सामने आने के बाद माहौल गरमा गया है और भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने भी दूर-दराज के इलाकों में काम करने को लेकर चिंता जाहिर की है और छत्तीसगढ़ सरकार से उन्हें सुरक्षा प्रदान करने को कहा है।
एक स्वास्थ्य केंद्र की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिमा सिंह ने कहा कि अगर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वो काम नहीं करेंगी।