
मात्र 10,000 रुपये के लिए ढाई साल की बच्ची की निर्मम हत्या, आरोपियों पर लगेगा NSA
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई वर्षीय बच्ची की हत्या के दोनों आरोपियों पर पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत केस चलाने का फैसला किया है।
ये कानून उन लोगों पर लगाया जाता है जो देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए खतरा हों।
पुलिस ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थानांतरण करने की बात कही।
रूह कंपा देने वाले हत्या के इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त रोष देखने को मिल रहा है।
घटनाक्रम
जानें कब-क्या हुआ
घटना अलीगढ़ जिले के टप्पल क्षेत्र की है।
संबंधी के घर के बाहर से गायब होने के बाद 31 मई को ढाई साल की पीड़ित बच्ची के अपहरण की शिकायत टप्पल थाने में दर्ज कराई गई।
2 जून को उसके घर से 50-60 मीटर दूर एक कचड़े के ढेर में बच्ची की विकृत लाश मिली।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, बच्ची का एक हाथ कटा हुआ था और उसकी गला घोंट कर हत्या की गई थी।
हत्या का कारण
उधारी को लेकर हुआ था बच्ची के पिता और आरोपी का झगड़ा
पुलिस ने शुरूआती जांच के बाद जाहिद (27) और असलम (42) को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, बच्ची के पिता के आरोपी जाहिद पर 10,000 रुपये उधार थे और इसे लेकर दोनों में हाल ही में झगड़ा हुआ था।
खिसियाए जाहिद ने पहले बच्ची का अपहरण किया और फिर असलम की मदद से उसकी हत्या कर दी।
दोनों के गुनाह कबूल करने के बाद पुलिस ने उन पर NSA लगाने और मामले को फास्ट ट्रैक करने का फैसला लिया है।
सोशल मीडिया पर दावे
पुलिस ने किया बलात्कार और आंखे बाहर निकालने की खबरों का खंडन
इस बीच सोशल मीडिया पर बच्ची का बलात्कार किए जाने, एसिड डालने और उसकी आंखें बाहर निकालने की खबरें भी चल रही हैं, जिनका पुलिस ने खंडन किया है।
अलीगढ़ SSP आकाश कुल्हारी ने कहा, "पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार का कोई संकेत नहीं मिला है। एसिड का भी कोई निशान नहीं मिला है। आंखों निकाले जाने की खबर भी सही नहीं है।"
उन्होंने मामले में कोई भी सांप्रदायिक कोण होने से इनकार किया।
प्रतिक्रियाएं
प्रियंका गांधी ने घटना को बताया अमानवीय
सोशल मीडिया पर इस हिंसक घटना के विरोध में जमकर गुस्सा देखने को मिल रहा है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर घटना को अमानवीय बताया।
उन्होंने लिखा, "अलीगढ़ में हुई ये नृशंस हत्या एक मासमू बच्चे के खिलाफ हुई एक और अमानवीय और अकथनीय अपराध है। उसके माता-पिता को जो दर्द हो रहा होगा, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकती। हम क्या बन गए हैं?"
ट्विटर पोस्ट
प्रियंका ने पूछा- हम क्या बन गए हैं?
The brutal murder in Aligarh is yet another inhuman, unspeakable crime against an innocent child. I cannot even begin to imagine the pain her parents must feel. What has become of us?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 7, 2019