नोएडा: गैस पर छोले चढ़ाकर सो गए 2 चचेरे भाई, दम घुटने से हुई मौत
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के नोएडा में सैक्टर-70 स्थित बसई गांव में एक मकान में किराए का कमरा लेकर रह रहे 2 चचेरे भाइयों की दम घुटने से मौत हो गई।
दरअसल, दोनों नोएडा में छोले-कुलचे और भूटरे का ठेला लगाते थे। शनिवार रात वह गैस पर छोले पकने के लिए छोड़कर सो गए। इससे कमरे में धुआं जमा हो गया और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हादसा
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान उपेंद्र (22) और शिवम (23) के रूप में हुई है। दोनों कमरे में चूल्हे पर छोले पकने के लिए रखकर सो गए थे। ऐसे में रातभर गैस के चालू रहने से छोले जल गए और पूरे कमरे में धुआं भर गया। सुबह आसपास के लोगों ने कमरे से धुआं निकलता देखकर दरवाजा तोड़ा तो दोनों बेहोश मिले।
पुलिस ने बताया कि दोनों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
कारण
कैसे हुई युवकों की मौत?
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में दम घुटने की वजह ऑक्सीजन की कमी और कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकता मानी जा रही है। कमरे में कोई वेंटिलेशन नहीं था। दोनों के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। हालांकि, वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा।
बता दें कि बंद कमरे में आग जलाने से ऑक्सीजन खत्म हो जाती है और कार्बन मोनोऑक्साइड जमा हो जाती है।
प्रभाव
कार्बन मोनोऑक्साइड से हो सकती है मौत
पुलिस ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार, कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकता का सीधा असर इंसान पर पड़ता है। दिल, दिमाग और शरीर के अन्य दूसरे हिस्सों में ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है। ऐसे में दिल तक खून की आपूर्ति बाधित होने लगती है।
ऑक्सीजन की कमी के कारण दूसरे टिशू सही मात्रा में ब्लड पंप करने में असमर्थ होने लगते हैं। इससे दिल का गंभीर दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ता है और मौत हो सकती है।