महाराष्ट्र: छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा गिरने की जांच शुरू, नौसेना शामिल
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में सोमवार को 35 फीट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की जांच शुरू हो गई है। जांच में नौसेना के अधिकारी भी शामिल होंगे। इंडिया टुडे के मुताबिक, भारतीय नौसेना ने एक बयान में प्रतिमा गिरने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार और संबंधित विशेषज्ञों के साथ नौसेना ने घटना के कारण की तुरंत जांच, जल्द प्रतिमा की मरम्मत और पुनःस्थापना के लिए एक टीम तैनात की है।
महाराष्ट्र सरकार ने दर्ज कराया मुकदमा
महाराष्ट्र सरकार ने प्रतिमा गिरने पर ठेकेदार जयदीप आपटे और संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत लापरवाही, काम की खराब गुणवत्ता और लोगों को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है। FIR में कहा गया कि महाराष्ट्र PWD अधिकारियों ने 20 अगस्त को ठेकेदार आपटे को ई-मेल भेजा था, जिसमें मूर्ति के नट-बोल्ट में जंग लगने की वजह से नुकसान की बात कही थी, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था उद्घाटन
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से लगभग 480 किलोमीटर दूर कोंकण क्षेत्र में सिंधुदुर्ग के मालवण तहसील के अंतर्गत राजकोट किले में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार दोपहर करीब 1 बजे ढह गई। प्रतिमा गिरने पर मामला इसलिए बढ़ गया क्योंकि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस पर किया था और किले के समारोह में भाग लिया था। कांग्रेस समेत विपक्ष गुणवत्ता को लेकर सवाल उठा रहा है।