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महाकुंभ के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश, जनता से क्यों मांगी माफी?
महाकुंभ के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश लिखा (तस्वीर: एक्स/@narendramodi)

महाकुंभ के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश, जनता से क्यों मांगी माफी?

लेखन गजेंद्र
Feb 27, 2025
12:05 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 का महाशिवरात्रि पर अंतिम स्नान के साथ समापन हो गया। इस मौके पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्लॉग लिखकर अपने विचारों को साझा किया और किसी असुविधा के लिए माफी मांगी है। उन्होंने ब्लॉग के कुछ अंश एक्स पर भी साझा किए हैं, जिसमें उन्होंने लिखा, 'महाकुंभ संपन्न हुआ...एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ।'

संदेश

मोदी ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, 'महाकुंभ संपन्न हुआ...एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है...।' उन्होंने लिखा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की उपस्थिति केवल रिकॉर्ड नहीं बल्कि संस्कृति-विरासत की सशक्त नींव है।

क्षमा

मोदी ने माफी मांगी

उन्होंने ब्लॉग में लिखा, 'मैं जानता हूं, इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से...मां यमुना से...मां सरस्वती से...हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा...। जनता जनार्दन, जो मेरे लिए ईश्वर का स्वरूप है, श्रद्धालुओं की सेवा में भी अगर हमसे कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं। श्रद्धा से भरे जो करोड़ों लोग प्रयाग पहुंचकर इस एकता के महाकुंभ का हिस्सा बने।'

ट्विटर पोस्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर साझा किया ब्लॉग