मुंबई: साइबर अपराधियों ने लगाई न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की फर्जी अदालत, महिला से 3 करोड़ रुपये ठगे
क्या है खबर?
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में साइबर अपराध का अलग मामला सामने आया है। यहां एक महिला को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद उसकी फर्जी अदालत लगाई और 3 करोड़ रुपये ठग लिए गए। पीड़ित महिला 68 वर्ष की है, जिनको धमकाया गया था। इस दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी सुनवाई 'न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की आभासी अदालत' में हो रही है। इसके बाद महिला को सारी बचत कई बैंक खातों में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया गया।
मामला
क्या है पूरा मामला?
मुंबई पुलिस ने बताया कि वीरा देसाई रोड की निवासी महिला ने बताया कि उसे एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था, जिसने खुद को कोलाबा थाने का अधिकारी बताया और कॉल काट दिया। इसके बाद व्हाट्सऐप कॉल पर अधिकारी ने दोबारा कॉल किया और कहा कि उनके आधार कार्ड से केनरा बैंक में खाता खोला और 6 करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन हुआ है। महिला को बताया गया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसका नाम भी शामिल है।
अदालत
अपराधियों ने लगाई झूठी अदालत
अपराधियों ने महिला को कहा कि CBI मामले की जांच कर रही है, जिसकी सुनवाई न्यायाधीश चंद्रचूड़ करेंगे। तभी कुछ देर में काले कोट में एक व्यक्ति आया और वीडियो कॉल में महिला से मनीलॉन्ड्रिंग के बारे में पूछा। महिला के इंकार करने पर फर्जी न्यायाधीश ने जमानत देने से इंकार कर दिया। इसके बाद अपराधियों ने महिला से सत्यापन के लिए बचत मांगी और महिला ने 29 अगस्त से 6 अक्टूबर के बीच 3.71 करोड़ रुपये स्थानांतरित कर दिए।
गिरफ्तार
पुलिस ने सूरत से एक को गिरफ्तार किया
महिला ने बताया कि उनसे और पैसे मांगे जाने और उसे लौटाने से इनकार करने पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने जांच करते हुए गुजरात के सूरत से कपड़ा व्यापारी जितेंद्रभाई धनजीभाई मियानी (46 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मियानी ने अपना बैंक खाता जालसाजों को दिया था, जिसमें पीड़ित महिला की रकम जमा हुई, जिसमें उसने अपना 6.40 लाख रुपये का कमीशन निकाल लिया।