मुंबई: गेटवे ऑफ इंडिया के पास नाव डूबी; 2 की मौत, 77 बचाए गए, 5 लापता
मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास एक नाव हादसे का शिकार हो गई है। ये नाव गेटवे ऑफ इंडिया से पर्यटकों को एलीफेंटा गुफाओं की ओर ले जा रही थी, तभी एक स्पीड बोट की टक्कर से डूब गई। हादसे में अभी तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। भारतीय नौसेना और आसपास मौजूद दूसरी नावों की मदद से कम से कम 77 लोगों को बचाया गया है। मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।
85 यात्री थे सवार
बताया जा रहा है कि 'नीलकमल' नामक नाव में 85 यात्री सवार थे। शाम करीब 5:15 बजे नाव को एक स्पीड बोट ने टक्कर मार दी, जिससे नाव डूब गई। हादसे के कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें मछुआरे और बचावकर्मी लोगों को डूबती नाव से बाहर निकालते दिख रहे हैं। मुंबई पुलिस ने बताया कि नौसेना, तटरक्षक, येलोगेट पुलिस स्टेशन और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से बचाव अभियान जारी है।
नाव मालिक ने कहा- नौसेना की स्पीड बोट ने टक्कर मारी
हादसे के बाद नाव मालिक राजेंद्र परते ने कहा, "मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौसेना की गश्ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी। इससे नाव में पानी भर गया और वह डूब गई।" हालांकि, अभी तक नौसेना की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक तेज रफ्तार स्पीड बोट नाव को टक्कर मारती दिख रही है।
स्पीड बोट द्वारा नाव को टक्कर मारे जाने का कथित वीडियो
4 हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में जुटे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है। नौसेना की 11 नाव, मरीन पुलिस की 3 नाव और कोस्ट गार्ड की एक नाव बचाव कार्य में जुटी है। 4 हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। एंबुलेंस और मरीन पुलिस भी मौके पर मौजूद है। घायलों की हालत स्थित बताई जा रही है।
घटना पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
हादसे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मुझे प्रारंभिक जानकारी मिली है। उस नाव पर लगभग 30 से 35 लोग सवार थे। उनमें से 20 लोगों को बचा लिया गया है। प्रारंभिक जानकारी है कि 5 से 7 लोग अभी भी लापता हैं। विस्तृत जानकारी मिलते ही मैं सदन में बयान दूंगा। नाव दोपहर करीब 3.15 बजे एलीफेंटा के लिए रवाना हुई थी। हम जिला और पुलिस प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं।"