जम्मू में भारतीय सेना और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़, 4 जवान शहीद
जम्मू के डोडा इलाके में भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें 1 अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए। यह मुठभेड़ कल (15 जुलाई) रात करीब 9 बजे शुरू हुई थी। सेना को इस क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद यहां जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर तलाशी अभियान चलाया गया। गोलीबारी में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनमें से 4 ने दम तोड़ दिया।
आतंकी संगठन 'कश्मीर टाइगर्स' ने की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन 'कश्मीर टाइगर्स' ने ली है। यह संगठन पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद द्वारा समर्थित बताया जाता है। 8 जुलाई को कठुआ में भारतीय सेना के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी इसी संगठन ने ली थी। इलाके में अभी भी आतंकियों के छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में भारतीय सेना के जवानों ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
मुठभेड़ के बाद के दृश्य
हाल ही में हुए हैं कई आतंकी हमले
हाल ही के दिनों में जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना पर कई आतंकी हमले हुए हैं। 8 जुलाई को सेना के वाहन पर हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए थे, इससे पहले कुलगाम के अलग-अलग इलाकों में 6 आतंकियों को मुठभेड़ में मारा गया था, जिसमें 2 जवान भी शहीद हुए थे। 4 मई को भी एक आतंकी हमले में 1 जवान शहीद हो गया था। इससे पहले 26 जून को डोडा में ही 3 आतंकियों को मारा गया था।
जम्मू में बढ़ रहा आतंकवाद
जम्मू में कई सालों से आतंकवाद कम होता नजर आ रहा था, लेकिन हाल ही के समय में यहां आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। NDTV के अनुसार, पिछले 32 महीनों में जम्मू के इलाके में आतंकी हमलों के कारण भारतीय सेना के 48 जवानों की मौत हुई है। रिपोर्ट्स हैं कि इस इलाके में कम से कम 60 ऐसे आतंकवादी सक्रीय हैं जो जंगलों में लड़ाई करने में माहिर हैं।