पाकिस्तान बनाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना का टाटा परिवार से जुड़ा है रिश्ता, जानिए कैसे
क्या है खबर?
रतन टाटा के निधन के बाद उनके परिवार के सदस्यों की जानकारी लोगों की जिज्ञासा का केंद्र है। ऐसे में लोगों को यह जानकार हैरानी होगी कि पाकिस्तान बनाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना का संबंध भी टाटा परिवार से है।
जिन्ना का संबंध जमशेदजी टाटा की मां जीवनबाई कावसजी टाटा परिवार से है। टाटा समूह के चेयरमैन रहे जेआरडी टाटा भी जीवनबाई टाटा परिवार से हैं।
इस तरह से देखें तो जेआरडी रतन टाटा के परदादी के परिवार से हैं।
परिवार
मोहम्मद अली जिन्ना कैसे जुड़े परिवार से?
जीवनबाई टाटा के भाई सोराब कावसजी टाटा ने दादाभाई कावसजी टाटा को गोद लिया, जिन्होंने भिखीबाई से शादी की, जिनके बेटे रतनजी दादाभाई टाटा हैं। इन्हें आरडी टाटा भी कहते हैं।
आरडी टाटा की सुजैन ब्रिएर से शादी की, जिनको 5 बच्चे हुए, जिसमें एक बेटा जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (जेआरडी टाटा) और बेटी सिल्ला पेटिट थी।
सायला पेटिट की शादी सर दिनशॉ मानेकजी पेटिट से हुई। दिनशॉ की बहन रतनबाई पेटिट की शादी मोहम्मद अली जिन्ना से हुई थी।
सदस्य
रतन टाटा और जिन्ना के बीच क्या था रिश्ता?
एक तरह से देखें तो रतन टाटा का सीधे तौर पर जिन्ना से कोई रिश्ता नहीं था, लेकिन रतन टाटा की परदादी के परिवार से रिश्ता होने के कारण जिन्ना उनके परिवार से जुड़े थे।
जिन्ना और जेआरडी टाटा के बीच भी कोई सीधा रिश्ता नहीं था, लेकिन बड़ी बहन की ससुराल से जुड़ा होने के कारण जेआरडी टाटा और जिन्ना में बहनोई का रिश्ता बनता है।
पेटिट परिवार भी भारत का पहला कपड़ा मिल संस्थापक रहा है।
परिवार
जिन्ना के परिवार में कौन हैं?
रतनबाई और जिन्ना की सिर्फ एक बेटी दीना हुई, जो लंदन में पैदा हुई थी। दीना को 17 साल की उम्र में पारसी नेविल वाडिया से प्यार हो गया।
जिन्ना नेविल के पारसी होने के कारण विवाह के खिलाफ थे, जबकि उनकी पत्नी खुद पारसी थीं। दीना ने जिन्ना को छोड़ा और वाडिया से विवाह कर लिया।
बंटवारे के बाद जिन्ना पाकिस्तान गए, जबकि उनकी बेटी मुंबई में रही। बाद में उनका तलाक हुआ। दीना के एक बेटा है।
जानकारी
जेआरडी टाटा की मां के बारे में रोचक जानकारी
जेआरडी टाटा की मां सुजैन आरडी टाटा फ्रांस से ताल्लुक रखती थीं। विवाह के बाद वह भारत आ गईं। वर्ष 1905 में जिस समय भारत में कोई महिला कार नहीं चलाती थी, उस समय सुजैन टाटा देश में कार चलाने वाली पहली महिला थीं।