मुगल वंशज राजकुमार तुसी ने राम मंदिर निर्माण में दिया सोने की ईंट देने का प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में अभी राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं हुआ है कि उसके लिए लोगों ने बढ़-चढ़कर दान देना शुरू कर दिया है। इसमें अब मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की छठी पीढ़ी के वंशज राजकुमार याकूब हबीबुद्दीन तुसी का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईंट देने का प्रस्ताव दिया है और वह यह ईंट स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपना चाहते हैं। आइए पूरी खबर जानें।
एक किलो सोने की ईंट दान देना चाहते हैं राजकुमार तुसी
शमशाबाद निवासी राजकुमार तुसी ने TOI को बताया कि वह राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट के रूप में उपयोग करने के लिए सोने की ईंट देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने मई के अंतिम सप्ताह में दिल्ली से 1.80 करोड़ रुपये की लागत से इस सोने की ईंट का निर्माण कराया है। ईंट को विशेष सुरक्षा में रखा है और जब प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे तो ईंट को उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा। यह उनकी इच्छा है।
ईंट सौंपने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
राजकुमार तुसी ने कहा कि उन्होंने सोने की ईंट सौंपने के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना खुशी की बात है। वह इस मंदिर के लिए सोने की ईंट दान देना चाहते हैं। ऐसे में वह ईंट सौंपने के लिए प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से अभी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में शामिल होना चाहते हैं राजकुमार तुसी
राजकुमार तुसी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण से उन्हें बहुत खुशी हो रही है। इसके भूमि पूजन में यदि उन्हें आमंत्रित किया जाता है तो वह वहां आवश्यक रूप से जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से दान दी जाने वाली सोने की ईंट पर उन्होंने 'जय श्री राम' शब्द को उकेरा है। यह उन सभी लोगों को जवाब हैं जो उनके प्रस्ताव पर हंसे थे और केवल बात करने की कहकर उसे खारिज कर दिया था।
प्रधानमंत्री से मिलने का कार्यक्रम तय होने पर ही निकाली जाएगी ईंट
राजकुमार तुसी ने कहा कि वर्तमान में उन्होंने सोने की ईंट को सुरक्षा के लिहाज से विशेष लॉकर में रखा है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जब मिलने का कार्यक्रम तय हो जाएगा तभी वह ईंट को सबके सामने लाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में वह प्रधानमंत्री पर जल्द मीटिंग का दबाव नहीं बना रहे हैं। प्रधानमंत्री जब भी उन्हें समय देंगे, वह उनसे मिलकर राम मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईंट सौंप देंगे।
राजकुमार तुसी ने फेसबुक पोस्ट कर दी थी बधाई
राजकुमार तुसी ने सोमवार को फेसबुक पोस्ट करते हुए 5 अगस्त से शुरू होने वाले राम मंदिर के निर्माण पर 'हिंदू भाइयों' को बधाई दी थी। इसमें उन्होंने सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हिंदु और मुसलमानों के बीच दरार पैदा करने का कटाक्ष भी किया था।
अगस्त 2019 में की थी पेशकश
राजकुमार तुसी ने अगस्त 2019 में यह पेशकश की थी। उस समय यह मामला सुप्रीम कोर्ट में था। उन्होंने दावा किया था कि मुगल बादशाह बाबर ने 1529 में बाबरी मस्जिद बनाई थी और उनके वंशज वही हैं इसलिए वो जमीन उन्हें सौंप देनी चाहिए। वंशज होने के नाते वही उनके असली हकदार हैं। अगर सुप्रीम कोर्ट उन्हें वो जमीन दे देते हैं तो वो लोगों की भावनाओं की कद्र करते हुए वो राम मंदिर की जमीन दान दे देंगे।
संत मोरारी बापू ने की पांच करोड़ रुपये देने की घोषणा
राजकुतार तुसी से पहले संत मोरारी बापू ने अपनी व्यासपीठ से राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपये के दान की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह राशि एक तुलसीपत्र के रूप में भेट की जाएगी। इसी तरह इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन के लखनऊ चैप्टर ने ट्रस्ट प्रमुख महंत निराला गोपाल दास को सोने-चांदी की लगभग 34 किलो वजनी ईंटे दान दी थीं। रामदल ट्रस्ट ने 21,000 रुपये का चेक सौंपा था।
5 अगस्त को होगा राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन
बता दें कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम की तारीख को हरी झंडी दिखा दी है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार अयोध्या जाएंगे। सुबह 11 बजे से दोपहर 03:10 बजे तक अयोध्या में रहने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भूमि पूजन के साथ ही अयोध्या में पर्यटन पर भी कार्यक्रम देखेंगे। भूमि पूजन काशी के पुजारी कराएंगे।