बेटी और पत्नी को मारने के लिए शूटर को पैसे देकर व्यापारी ने की खुदकुशी
मध्य प्रदेश में कर्ज में दबे एक व्यापारी ने अपनी पत्नी और बेटी को मारने के लिए एक शूटर को पैसे दिए और बाद में खुदकुशी कर ली। शूटर ने व्यापारी की बेटी को गोली मार दी थी, लेकिन वह उसकी पत्नी को गोली मार पाता उससे पहले कुछ लोग आ गए। पुलिस ने शार्प शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना जुलाई महीने की है। आइये, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
कर्ज के बोझ में दबा था व्यापारी
पुलिस ने बताया कि पैट्रोलिंग के दौरान पुलिसकर्मियों को सीमेंट व्यापारी बृजेश चौरसिया और उनकी 16 वर्षीय बेटी महिमा मृत हालत में मिले। उसी कार में सवार ब्रजेश की पत्नी राधा को कोई चोट नहीं लगी थी, लेकिन वह बेहोश थी। जांच के दौरान चौरसिया के परिवार ने पुलिस को एक पत्र सौंपा। इस पत्र में लिखा था, 'मैं जा रहा हूं। मुझ पर बैंकों का 80-90 लाख रुपये का कर्ज है।'
शूटर को दिए 90,000 रुपये
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ब्रजेश ने बिहार के रहने वाले शूटर रंजन राय को अपनी पत्नी और बेटी को मारने के लिए 90,000 रुपये दिए थे। पुलिस ने रंजन को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है।
व्यापारी ने पत्नी और बेटी को नशा मिला पेय
सागर के SP अमित सांघी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि 17 जुलाई की रात को पुलिस को RTO ऑफिस के पास एक कार खड़ी दिखी। राधा ने पुलिस को बताया कि उनके पति ने उन्हें और उनकी बेटी को कुछ पीने के लिए दिया था। इसके बाद क्या हुआ, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। सांघी ने कहा कि बृजेश अपनी पत्नी और बेटी को शूटर के हाथों मरने के लिए कार में छोड़कर चला गया।
लोगों को देखकर भागा आरोपी शूटर
SP ने बताया, "शूटर ने महिमा को मार दिया और जैसे ही वह राधा को मारने की तैयारी करने लगा, उसने देखा कि कुछ लोग आ रहे हैं। इसके बाद वह वहां से भागकर ब्रजेश के पास गया और कहा कि उसने अपना काम कर दिया है। इस पर ब्रजेश ने कहा कि वह देखकर वापस आएगा।" उन्होंने बताया कि जब ब्रजेश वापस नहीं लौटा तो शूटर कार में देखने गया। उसने देखा कि बृजेश ने खुदकुशी कर ली है।
साइबर सेल की मदद से पकड़ा गया आरोपी शूटर
SP ने बताया कि पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी शूटर का गिरफ्तार किया। वह घटना से पहले लगातार व्यापारी के संपर्क में था। पुलिस के पास इसकी रिकॉर्डिंग भी है। पुलिस ने उसे 85,000 रुपये और सिमकार्ड के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि उसने दो पिस्तौल का इंतजाम किया था, जिसमें से एक व्यापारी के लिए और एक खुद के लिए था। इनके पैसे बृजेश ने अपने अकाउंट से ट्रांसफर किए थे।