किसान आंदोलन: राकेश टिकैत के आंसुओं ने बदला माहौल, गाजीपुर बॉर्डर पर लौटने लगे किसान
गुरुवार दोपहर तक ऐसी खबरें आने लगी थी कि गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। प्रदर्शन स्थल की बिजली बंद कर दी गई थी और प्रदर्शनकारियों को ले जाने के लिए बसों का इंतजाम भी हो गया था, लेकिन शाम होते-होते माहौल बदल गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रदर्शन खत्म करने से इनकार कर दिया। उनकी भावुक अपील सुनकर हजारों किसान गाजीपुर बॉर्डर की तरफ रवाना हो गए।
गाजीपुर बॉर्डर पर भी हो रहा है प्रदर्शन
तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर के साथ-साथ गाजीपुर बॉर्डर पर भी प्रदर्शन हो रहा है। यहां प्रमुख तौर पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से आए किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां की कमान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के पास है। वो सैकड़ों किसानों के साथ पिछले कई दिनों से यहां टिके हुए हैं। उन पर गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की साजिश रचने का भी आरोप लगा हुआ है।
प्रशासन ने की प्रदर्शन खत्म कराने की कोशिश
गुरुवार को पुलिस और प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल खाली कराने की कोशिश की। इसके लिए प्रदर्शन स्थल की बिजली बंद कर दी गई और दूसरे इंतजाम भी हटा लिए गए। बुधवार रात को यहां पुलिस ने पहुंचकर कुछ किसानों को हटा दिया था। इसके बाद गुरुवार को यहां धारा 144 लगा दी गई और भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई। साथ ही प्रदर्शनकारियों को ले जाने के लिए बसों का भी इंतजाम कर लिया गया था।
टिकैत ने किया प्रदर्शन खत्म करने से इनकार
शाम होते-होते राकेश टिकैत ने प्रदर्शन खत्म करने और प्रदर्शन स्थल से हटने से इनकार कर दिया। मीडिया से बात करते समय टिकैत भावुक हो गए और कहा था कि वो प्रदर्शन स्थल से पीछे नहीं हटेंगे और वे अपना अनशन शुरू कर रहे हैं। टिकैत ने रोते हुए कहा कि अगर कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वह आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने अपने गांव से पानी आने तक पानी पीने से इनकार कर दिया।
मीडिया से बात करते हुए भावुक हुए टिकैत
टिकैत की अपील के बाद गाजीपुर बॉर्डर लौटने लगे किसान
टिकैत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके कुछ ही देर बाद उनके गांव सिसौली में बड़ी संख्या में किसान एकजुट हो गए और टिकैत के समर्थन में नारेबाजी करते हुए गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिकैत की अपील के बाद उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा के कई जिलों से भी भारी संख्या में किसान वापस प्रदर्शन स्थल की तरफ लौटने लगे हैं।
किसान महापंचायत आज, आगे की रणनीति का ऐलान संभव
दूसरी तरफ शुक्रवार को राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने किसानो की महापंचायत बुलाई है। इसमें किसान आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति का ऐलान किया जाएगा। वहीं हरियाणा के जींद में कंडेला गांव के लोगों ने टिकैत के समर्थन में जींद-चंडीगढ़ हाइवे जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि जींद से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की तरफ कूच कर गए हैं। जींद में भी आज पंचायत होगी, जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
और पुलिस हटी पीछे
गुरुवार देर रात तक गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस को पीछे हटा लिया गया है। समाचार एजेंसी PTI ने गाजियाबाद पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से लिखा कि प्रदर्शनस्थल से सुरक्षाबलों को हटाया जा रहा है और सीमित संख्या में ही इनकी तैनाती जारी रहेगी। उनका कहना था कि गुरुवार को सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाने के बाद से ही गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव बढ़ाना शुरू हो गया था।
बहाल की गई बिजली आपूर्ति
किसानों की तादाद में इजाफा होता देख प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल की बिजली आपूर्ति फिर से शुरू कर दी। वहीं पानी और शौचालय समेत कुछ सुविधाएं दिल्ली सरकार की तरफ से मुहैया कराई गई है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज गाजीपुर बॉर्डर जाएंगे।