
झारखंड: तबरेज की लिंचिंग के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ का छात्रों की बस पर हमला
क्या है खबर?
तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ ने झारखंड के रांची में इंजीनियरिंग छात्रों को ले जा रही बस पर हमला किया।
भीड़ के बस पर पत्थर फेंकने और उसमें आग लगाने की कोशिश करने की खबर भी है।
इस बीच भीड़ में ही शामिल कुछ बुजुर्गों ने भीड़ को शांत करते हुए बस को आगे बढ़ाया।
सबसे बड़ी विडंबना ये है कि हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रही ये भीड़ खुद हिंसा पर उतर आई।
घटनाक्रम
परीक्षा देकर लौट रहे थे छात्र
जून में झारखंड के सरायकेला खरसावां में तबरेज अंसारी की भीड़ की पिटाई की वजह से मौत हो गई थी।
इसके विरोध में शुक्रवार को कुछ संगठनों ने रांची में प्रदर्शनों का आयोजन किया।
लेकिन प्रदर्शन से लौटते वक्त प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने शहर के केंद्र पर मौजूद राजेंद्र चौक पर एक बस पर हमला कर दिया।
'दैनिक भास्कर' के अनुसार, बस में डोरंडा कॉलेज से परीक्षा देकर टाटीसिल्वे स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज लौट रहे 50 छात्र मौजूद थे।
हिंसा
बस में आग लगाने की आवाज लगा रही थी भीड़
'दैनिक भास्कर' के अनुसार, छात्रों ने बताया कि वह हंसी-मजाक करते हुए जा रहे थे, तभी राजेंद्र चौक पर भीड़ ने उनकी बस को रोक लिया और बस में तोड़फोड़ करने लगे।
कुछ लोगों ने ड्राइवर को पीटा और बस के शीशे तोड़ दिए।
इस बीच भीड़ लगातार मार दो, बस में आग लगा दो की आवाज लगा रही थी।
तभी भीड़ में शामिल कुछ बुजुर्गों ने उन्हें रोकते हुए कहा, "कोई गलत काम नहीं करेगा। कोई आग नहीं लगाएगा।"
शिकायत
मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं घायल छात्र
बुजुर्गों ने ही बस को वहां से निकलने में मदद की। छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को भी फोन कर घटना के बारे में सूचना दी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
घायल छात्र मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिलकर घटना की शिकायत करने की योजना बना रहे हैं।ॉ
उनका दावा है कि घटनास्थल पर पुलिस के दो वाहन मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भीड़ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार ने ऐसी घटनाओं को सहन न करने की बात कही है।
जानकारी
200 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 ज्ञात और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। भीड़ पर कार्रवाई न करने के आरोपों पर रांची के डिप्टी पुलिस कमिश्नर राज महिमापात ने कहा कि पुलिस ने अपनी तरफ से पूरी कार्रवाई की।
मॉब लिंचिंग
चोरी के शक में भीड़ ने की थी तबरेज की घंटों पिटाई
तबरेज को 18 जून की शाम उसके घर से मात्र 5 किलोमीटर दूर सरायकेला खरसावां के एक गांव में भीड़ ने मोटरसाइकिल चुराने के शक में पकड़ लिया था और उसे पेड़ से बांधकर घंटों पीटा गया था।
उसे 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' बोलने को भी कहा गया था।
मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में जेल में बंद कर दिया था। इलाज न मिलने के कारण उसकी 4 दिन बाद मौत हो गई थी।
कार्रवाई
टिक-टॉक ने तबरेज के समर्थन में भड़काऊ वीडियो डालने पर निलंबित किए अकाउंट
इस बीच वीडियो प्लेटफॉर्म टिक-टॉक ऐप पर तबरेज के समर्थन में एक भड़काऊ वीडियो वायरल होने के बाद इसे डालने वाले यूजर्स पर कार्रवाई की गई है।
4 करोड़ फॉलोवर्स वाले अकाउंट 'टीम 07' ने ये वीडियो डाला था। शिवसेना ने मुंबई पुलिस के पास इस वीडियो की शिकायत दर्ज कराई थी।
अब कंपनी ने वीडियो से संबंधित 3 यूजर्स को निलंबित कर दिया है और वो अब कोई वीडियो नहीं डाल पाएंगे।