उत्तर प्रदेश: रेप की शिकायत करने आई पीड़िता के साथ थाने में रेप, आरोपी SHO निलंबित
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है।
यहां रेप की शिकायत देने पाली थाने गई नाबालिग पीड़िता के साथ कथित तौर पर थाने के इंचार्ज ने रेप किया। जानकारी सामने आने के बाद आरोपी SHO तिलकधारी सरोज को निलंबित कर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
पीड़िता ने बताया कि चार लोगों ने उसके साथ रेप किया था और वह अपने रिश्तेदार के साथ इसकी शिकायत देने थाने गई थी।
जानकारी
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आरोपी SHO फिलहाल फरार हैं और उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें तैनात की गई है। पुलिस ने रेप के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ललितपुर पुलिस प्रमुख निखिल पाठक ने बताया कि SHO को निलंबित कर दिया गया है और अपराधी के तौर पर उसे नामजद किया गया है। उन्होंने बताया कि एक NGO उनके पास पीड़ित लड़की को लेकर आया था, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
FIR
पीड़िता के पिता ने दर्ज कराई FIR
मंगलवार को पीड़िता के पिता ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को चार लोग बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे और वहां उसके चार दिनों तक उसके साथ गैंगरेप किया। 26 अप्रैल को वो लड़की को वापस लाए और पाली थाने में छोड़कर भाग गए।
यहां से पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया। अगले दिन पुलिस ने बयान दर्ज करने के लिए लड़की को थाने बुलाया।
घटना
काउंसलिंग के दौरान पीड़िता ने सुनाई आपबीती
लड़की की मौसी 27 अप्रैल को उसे लेकर SHO के पास गई। कथित तौर पर यहां SHO ने पीड़िता की मौसी की मौजूदगी में उसके साथ रेप किया। हैवानियत को अंजाम देने के बाद पुलिस ने लड़की को वापस उसकी मौसी के सुपुर्द कर दिया।
इसी बीच लड़की की बरामदगी की सूचना उसके माता और पिता को नहीं दी गई। 30 अप्रैल को लड़की को चाइल्ड हेल्पलाइन के हवाले कर दिया, जहां काउंसलिंग के दौरान उसने आपबीती बताई।
जानकारी
आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज
महिला की शिकायत के बाद SP के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने चन्दन, राजभान, हरिशंकर, महेन्द्र चौरसिया, पाली थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज और पीड़ित की मौसी गुलाबबाई के खिलाफ अपहरण, गैगरेप, साजिश आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश
महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे हैं अपराध
बीते साल राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के पास महिलाओं के खिलाफ अपराधों की करीब 31,000 शिकायतें आईं, जो 2014 के बाद से सबसे ज्यादा हैं। इनमें से आधी से ज्यादा शिकायतें अकेले उत्तर प्रदेश से मिली हैं।
आंकड़े बताते हैं कि आयोग को उत्तर प्रदेश से 15,828, दिल्ली से 3,336, महाराष्ट्र से 1,504 और हरियाणा से 1,460 शिकायतें प्राप्त हुईं। घरेलू हिंसा और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के उल्लंघन से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश से मिली।