मणिपुर: स्थानीय लोग और सुरक्षा बलों के बीच सशस्त्र संघर्ष, 2 लोगों की मौत
क्या है खबर?
मणिपुर में काकचिंग और तेंगनौपाल की अंतर-जिला सीमा पर पल्लेल कस्बे में स्थानीय लोग और सुरक्षा बलों के बीच सशस्त्र संघर्ष में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं।
NDTV के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी सुबह करीब 6ः00 बजे शुरू हुई, जो रुक-रुक कर जारी है।
हिंसा में स्थानीय लोगों के अलावा कुछ सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं। मौके पर एंबुलेंस बुलाकर सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है।
हिंसा
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिष्णुपुर जिले के फौगाक्चाओ इखाई इलाके में बुधवार को प्रदर्शनकारी जमा हुए थे और उन्होंने तोरबुंग में अपने सुनसान घरों तक पहुंचने का प्रयास किया था।
इस दौरान उन्होंने सेना के बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की थी। तनाव को काबू करने के लिए RAF, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे। इससे 1 दिन पहले 5 घाटी जिलों में कर्फ्यू लगाया था।
प्रदर्शन के 2 दिन बाद पल्लेल में गोलीबारी हुई है।
विरोध
न्यूजबाइट्स प्लस
मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई जातीय हिंसा अभी जारी है। इसमें 180 से अधिक मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
हिंसा कुकी और मैतई समुदाय के बीच चल रही है। मणिपुर में मैतेई लगभग 53 प्रतिशत हैं और वे इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि नागा, कुकी सहित आदिवासी 40 प्रतिशत हैं और पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
दोनों के बीच हिंसा रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने क्षेत्रों में 'बफर जोन' बनाया है।