मणिपुर: हिंसा में जिनके मकान हुए क्षतिग्रस्त, उन्हें 5 से 10 लाख रुपये मुआवजा देगी सरकार
जातीय हिंसा में झुलस रहे मणिपुर में अभी माहौल अब कुछ हद तक शांत है और यहां आम जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार पुनर्वास पर काम कर रही है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने ऐलान किया कि हिंसा में क्षतिग्रस्त हुए पक्के मकानों के लिए 10 लाख रुपये और कच्चे मकानों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिंसा में 10,000 से अधिक मकान नष्ट हुए हैं।
संकटग्रस्त परिवारों को 'एक परिवार एक आजीविका' के तहत मदद मिलेगी
मुख्यमंत्री ने कहा, "मकान की मदद मुख्यमंत्री सहायता योजना से मिलेगी। प्रत्येक संकटग्रस्त परिवार को 'एक परिवार एक आजीविका' की सुविधा दी जाएगी, जिसे 10 लाख रुपये तक बढ़ाया जा सकता है। यह सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।" उन्होंने बताया कि घाटी और पहाड़ी दोनों जिलों की संयुक्त पुलिस टीम ने अभियान चलाकर अधिकतर लूटे गए हथियार बरामद कर लिए हैं और लोगों ने हथियार स्वेच्छा से वापस किए हैं। उन्होंने सभी से स्वेच्छा से हथियार देने की अपील की।
मणिपुर हिंसा में जा चुकी हैं 180 से अधिक जानें
मणिपुर में 3 मई को कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को आदिवासी का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। यहां बहुसंख्यक मैतेई 53 प्रतिशत हैं, जो इंफाल घाटी में रहते हैं और आदिवासी कुकी समुदाय 40 प्रतिशत हैं, जो पहाड़ी जिलों में रहते हैं। मणिपुर हिंसा में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों बेघर हुए हैं।