मणिपुर: जिरीबाम में हमला करने वाले उग्रवादियों के पास से मिली AK-47 और रॉकेट लॉन्चर
मणिपुर के जिरीबाम जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों और कुकी उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस को काफी संख्या हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान के दौरान 10 उग्रवादियों के शव मिले, जिनके पास से (3 AK-47, 4 SLR, 2 इंसास, 1 RPG, 1 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन बरामद हुए हैं। हथियार देखकर लग रहा है कि उग्रवादी काफी तैयारी से आए थे।
पहाड़ी और घाटी जिलों में हथियारों का जखीरा
मणिपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सोमवार को पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाकर काफी संख्या में हथियार और गोला-बारूद इकट्ठा किया। अभी तक 2 देशी 9 मिमी पिस्तौल एक मैगजीन के साथ, एक .22 राइफल मैगजीन के साथ, एक देशी लांचर (पोम्पी), एक .36 एचई ग्रेनेड, दो स्मोक ग्रेनेड, चार 12 बोर सिंगल बैरल राइफल, एक 7.62 मिमी स्थानीय निर्मित राइफल, एक .303 राइफल आदि बरामद हुआ है। तलाशी अभियान जारी है।
कल मारे गए थे 10 उग्रवादी
सोमवार को हथियारबंद कुकी उग्रवादियों ने जाकुरधोर स्थित बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की चौकी पर हमला बोल दिया। हमला दोपहर बाद 3:30 बजे हुआ, जिसमें 10 कुकी उग्रवादी मारे गए। इस दौरान CRPF का एक सिपाही संजीव कुमार गोली लगने से घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इलाके में करीब 40 से 45 मिनट तक गोलीबारी हुई थी। जिले के जकुरधोर और उसके आसपास सशस्त्र उग्रवादियों को खदेड़ने का अभियान जारी है।
कुकी क्षेत्र के 10 घरों को आग लगाने के बाद शुरू हुई थी हिंसा
जिरीबाम के जकुराडोर में हुई घटना के पीछे गुरुवार रात की घटना को कारण बताया जा रहा है, जिसमें हथियारबंद उग्रवादियों ने आदिवासी बस्ती जैरोन हमार गांव में कम से कम 10 घरों में आग लगाई गई थी। इस घटना में एक महिला की जलकर मौत हो गई थी। वह 3 बच्चों की मां थी। वारदात का आरोप मैतेई उग्रवादियों पर था। क्षेत्र के लोगों का कहना था कि मैतेई हथियारबंद उग्रवादी कुकी इलाके में घूम रहे हैं।