मणिपुर में हथियारबंद उग्रवादियों के खिलाफ सामूहिक अभियान शुरू, मुख्यमंत्री का ऐलान
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हथियारबंद उग्रवादियों के खिलाफ व्यापक सामूहिक अभियान शुरू करने का आदेश दिया है। यह अभियान जिरीबाम जिले के साथ पूरे राज्य में उन जगहों पर शुरू भी हो गया है, जहां हथियारबंद उग्रवादियों का वर्चस्व है। जिरीबाम में हाल में हिंसा का ताजा वाकया सामने आया है। अभियान के दौरान उग्रवादियों को पकड़ा जाएगा और उनके हथियार जब्त किए जाएंगे।
कुकी और मैतेई इलाकों में चलेगा अभियान
इंफाल में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री सिंह ने बताया कि जिरीबाम में उग्रवादियों के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है, लेकिन यह पूरे राज्य में चलाया जाएगा, जहां भी अवैध हथियारबंद उग्रवादी हैं। उन्होंने बताया कि राज्य ने केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बल मांगे हैं और इस महीने के अंत तक मणिपुर में केंद्रीय बलों की 288 कंपनियां होंगी। यह अभियान कुकी बहुल इलाकों के साथ मैतेई इलाकों में भी होगा, जहां-जहां अवैध हथियार खरीदे गए हैं।
इस महीने हिंसा तेजी से फैली
मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से जातीय हिंसा जारी है, जिसमें अभी तक 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 20,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। इस महीने की शुरूआत में हिंसा तब फैल गई, जब मैतेई उग्रवादियों ने कुकी इलाके के घरों में आग लगा दी। इसके बाद कुकी समुदाय ने बदला लिया। फिर मैतेई समुदाय के बच्चे-महिलाएं लापता हो गए और 6 शव नदी में तैरते मिले। इसके बाद हिंसा और बढ़ गई।