कर्नाटक: मंगलुरु के मछली बंदरगाह पर ईद की छुट्टी पर विवाद, VHP का पोस्टर पर सवाल
कर्नाटक के मंगलुरु मछली बंदरगाह पर 28 सितंबर को ईद मिलाद-उन-नबी की छुट्टी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, यहां रविवार को एक बैनर टांगा गया, जिसमें 28 सितंबर को अनिवार्य छुट्टी और व्यापार बंद करने को कहा गया। ऐसा न करने पर कार्रवाई की बात कही गई है। यह बैनर मंगलुरु पोर्ट रॉ फिश सेलर्स एंड कमीशन एजेंट्स एसोसिएशन की ओर से लगाया गया है। अब इस बैनर पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने आपत्ति जताई है।
क्या है विवाद?
एसोसिएशन के बैनर में कहा गया है कि ईद मिलाद-उन-नबी के लिए छुट्टी करनी होगी और जो लोग उस दिन मछली बेचते पाए गए, उन्हें एक महीने के निलंबन का सामना करना पड़ेगा। मामले में VHP नेता शरण पंपवेल ने मछुआरों से ऐसी धमकियों के आगे न झुकने और पुलिस से बैनर के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। एसोसिएशन के अध्यक्ष अशरफ का कहना है कि यह निर्णय सामूहिक रूप से लिया गया है।
अशरफ ने दी सफाई
अशरफ का कहना है कि एसोसिएशन में शामिल सभी धर्मों के सदस्यों को अनिवार्य छुट्टी देने के लिए ईद मिलाद समेत विभिन्न त्योहारों पर बंदरगाह पर ऐसे बैनर पहले से लगाए जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रथा का कई वर्षों से पालन किया जा रहा है और अन्य त्योहारों जैसे बरकुर पूजा, उचिला पूजा, गणेश चतुर्थी, ईद-उल-फितर, बकरीद, ईद मिलाद, गुड फ्राइडे और क्रिसमस पर भी इसी तरह की छुट्टियां मनाई जाती हैं।