बिहार: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और फायरिंग; एक की मौत, कई घायल
बिहार में बुधवार को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले सोमवार को मुंगेर जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसक वारदात हुई है। कोतवाली थाना क्षेत्र के दीन दयाल चौक पर बदमाशों ने अचानक पथराव और फायरिंग कर दी। इसमें गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई और करीब 26 पुलिसकर्मी और अन्य लोग घायल हो गए। घायलों में पांच को गोली लगी है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्रशासन ने दिए थे 26 अक्टूबर की शाम तक प्रतिमाओं का विसर्जन करने के आदेश
दरअसल, जिले में बड़ी देवी दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भव्य तरीके से किया जाता है। मान्यता है कि बड़ी दुर्गा के विसर्जन के बाद ही अन्य प्रतिमाओं का विसर्जन होता है, लेकिन गत दिनों जिला कलक्टर राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक (SP) लिपि सिंह ने दुर्गा समितियों के साथ बैठक कर चुनाव के चलते 26 अक्टूबर की शाम तक ही सभी प्रतिमाओं का विसर्जन करने का आदेश दिया था। इसके बाद सभी समितियां विसजर्न करने के लिए उमड़ी थी।
विसर्जन के दौरान मामूली विवाद ने लिया हिंसा का रूप
SP सिंह ने बताया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान मामूली विवाद होने पर बदमाशों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें अनुराग कुमार (18) की सिर में गोली लगने से मौत हो गई। पांच अन्य लोगों के भी गोली लगी है। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अन्य युवक को गंभीर हालत में भागलपुर रैफर किया गया। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
चार थानाप्रभारी सहित 21 पुलिसकर्मी भी हुए घायल
SP सिंह ने बताया कि घटना में संग्रामपुर थानाप्रभारी सर्वजीत कुमार, कोतवाली थानाप्रभारी संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाप्रभारी शैलेश कुमार, वासुदेवपुर थानाप्रभारी सुशील कुमार के अलावा 17 अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। सभी का जिला अस्पताल में उपचार जारी है। उन्होंने बताया कि बदमाशों की ओर से किए गए पथराव में सभी पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने मौके से 12 खाली कारतूस और तीन देसी कट्टे बरामद किए हैं। घटना से लोगों में दहशत का माहौल है।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लगाया गोली चलाने का आरोप
इधर, मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि बदमाशों के पथराव करने के बाद पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी थी। इसमें गोली लगने से उनके बेटे की मौत हुई है। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने जानबूझकर पुलिस पर मारपीट करने का झूठा आरोप लगाते हुए माहौल को खराब किया गया और भीड़ को पुलिस के खिलाफ उकसाया था। फिलहाल स्थिति काबू में है।
पुलिस ने 100 लोगों को हिरासत में लिया
SP सिंह ने बताया कि मामले में अब तक करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। उनसे पूछताछ कर फायरिंग करने वालों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही है। इसी तरह मौके पर स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और चौक पर लोगों को एकत्र नहीं होने दिया जा रहा है।