उत्तर प्रदेश: मोबाइल में जामिया प्रदर्शन के वीडियो रखने के कारण शख्स गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसके फोन में दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में हुए छात्रों के प्रदर्शन के वीडियो थे। पुलिस का कहना है कि ये वीडियो सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ सकते हैं। गौरतलब है कि बीते रविवार को जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन उस वक्त हिंसक झड़प में बदल गया, जब प्रदर्शनकारियों ने बसों को आग लगा दी और पत्थरबाजी की।
शख्स के मोबाइल में मिले 10-11 वीडियो
गिरफ्तार किए गए शख्स के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। पुलिस ने बताया कि चंदौसी से गिरफ्तार किए गए शख्स का फोन जब्त कर लिया गया है और उसके खिलाफ उसके खिलाफ IT एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। FIR में लिखा गया है कि मोबाइल में 10-11 वीडियो मिले हैं, जो समाज में शांति के लिए खतरा साबित हो सकते हैं।
जामिया हिंसा में 10 लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने जामिया हिंसा में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि ये गिरफ्तार किए गए सभी लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड है। इनमें से कोई छात्र नहीं है। इन्हें यूनिवर्सिटी के आसपास के इलाकों से गिरफ्तार किया किया गया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि छात्रों को अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है और मामले की जांच जारी है। गिरफ्तार 10 लोगों में से छह को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे छात्र
रविवार को जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पत्थर फेंके और बसों में आग लगी दी। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। आरोप है कि पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसी और छात्रों पर बर्बरता की। पुलिस की इस बर्बरता की देश और दुनियाभर में आलोचना की जा रही है।
आज पूरे देश में एक साथ हो रहे हैं प्रदर्शन
इस कानून के खिलाफ आज पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन पुलिस ने कई जगह प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी है। उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में धारा 144 लगा दी गई है। नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। इनमें दिल्ली में स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव और जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं।