उत्तर प्रदेश में कोर्ट के अंदर ही चली गोलियां, जज के सामने एक की हत्या
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दो लोगों की हत्या के एक आरोपी की कोर्ट के अंदर जज के सामने गोली मारकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई जब आरोपी को जिला जज के सामने पेश किया जा रहा था। तभी तीन लोगों ने पिस्तौल निकालकर ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया। इस दौरान कुल 25-26 राउंट गोलियां चलीं। पुलिस ने तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
शाहनवाज अंसारी पर था बसपा नेता और उसके भांजे की हत्या का आरोप
घटना में मारे गए शाहनवाज अंसारी पर बहुजन समाज पार्टी के नेता हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की हत्या का आरोप था। इन दोनों की इसी साल 28 मई को उनके बिजनौर स्थित कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाइक पर सवार होकर आए तीन युवकों ने मिठाई के एक डिब्बे में हथियार छिपा रखा था। कार्यालय के अंदर जाकर उन्होंने पूछा कि हाजी एहसान कौन है और फिर पिस्तौल निकालकर दोनों पर गोलियां बरसा दीं।
जज के सामने दरवाजा बंद करके बरसाईं गोलियां
इसी मामले में सुनवाई के लिए शाहनवाज को मंगलवार दोपहर बिजनौर की जिला कोर्ट में पेश किया गया था। इसी दौरान तीन लोगों ने जिला जज योगेश कुमार के सामने ही कोर्ट का दरवाजा बंद किया और पिस्तौल निकालकर शाहनवाज की हत्या कर दी। उन्होंने करीब 25-26 राउंड गोलियां चलाईं। घटना के बाद कोर्ट परिसर के अंदर अफरा-तफरी मच गई। शाहनवाज की हत्या करने के बाद तीनों आरोपियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।
कोर्ट का एक कर्मचारी घटना में घायल
घटना में कोर्ट के मोहर्रिर गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि जिला जज योगेश कुमार भी बाल-बाल बचे। घटना के बाद कोर्ट में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे।
एक वकील ने बयां किया आंखों देखा हाल
हमले के समय कोर्ट के अंदर मौजूद रहे वकील अतुल सिसोदिया ने बताया कि जैसे ही गोलियां चलीं सभी लोग जमीन पर लेट गए। उन्होंने बताया, "मैं कोर्ट के अंदर था। अचानक इन तीन लोगों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। हम बचने के लिए छिपने लगे। मैंने एक व्यक्ति को जमीन पर गिरते हुए देखा। मैंने एक पुलिसकर्मी को गोली लगते हुए भी देखा। हम पुलिसकर्मियों के हमें बचाने तक जमीन पर लेटे रहे। ये काफी फिल्मी था।"