
ममता बनर्जी नौकरी खोने वाले शिक्षकों के समर्थन में, बोलीं- फैसले को स्वीकार करने में असमर्थ
क्या है खबर?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों की नौकरी खोने वाले शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की।
नेताजी इंडोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लोगों की लंबी कतार देखी गई। इस दौरान बिना पास वाले लोग भी प्रवेश कर गए, जिससे अराजकता की स्थिति पैदा हुई। हालांकि, पुलिस ने इसे नियंत्रित कर लिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनके साथ खड़े होने की बात कही।
वादा
मुख्यमंत्री बनर्जी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा, "ये न समझें कि इस फैसले को हमने स्वीकार कर लिया। आपके दुख से मेरा दिल भी पत्थर बन गया है, लेकिन मैं पत्थर दिल नहीं हूं। ऐसा कहने के लिए मुझे जेल भी हो सकती है, लेकिन मुझे परवाह नहीं।"
उन्होंने कहा, "हमारे पास अलग-अलग योजनाएं हैं कि पात्र उम्मीदवार बेरोज़गार न हों या उनकी सेवा में कोई रुकावट न आए। मेरी प्रतिबद्धता है और मैं किसी योग्य उम्मीदवार री नौकरी नहीं जाने दूंगी।"
विवाद
क्या है मामला?
पश्चिम बंगाल सरकार ने 2016 में सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए 25,000 से अधिक शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती की थी।
इन भर्तियों में अनियमितता, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप लगे थे और इसकी शिकायतें कलकत्ता हाई कोर्ट को मिली थी।
इसके बाद हाई कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को जांच के आदेश दिए।
CBI ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी और कुछ अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया था।
फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने क्या सुनाया फैसला?
कलकत्ता हाई कोर्ट ने अप्रैल, 2024 में शिक्षकों की नियुक्ति रद्द की थी। कोर्ट ने सभी को वेतन लौटाने का आदेश भी दिया था।
फैसले के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार समेत अलग-अलग लोग सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले पर अंतरिम रोक लगाई थी।
अब 3 अप्रैल के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को सही बताते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया दूषित है। हालांकि, वेतन वापसी को नहीं कहा।
ट्विटर पोस्ट
ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया
#WATCH | Kolkata, West Bengal: West Bengal LoP Suvendu Adhikari, along with BJP MLAs, protest against the state government. They are demanding the resignation of Chief Minister Mamata Banerjee after SSC teachers lost their jobs following the Supreme Court order
— ANI (@ANI) April 7, 2025
"Mamata Banerjee… pic.twitter.com/eWL3VBwpHf