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नौकरी छोड़ सेना में आए थे मेजर केतन, शहीद होने से पहले व्हाट्सऐप पर भेजी फोटो

नौकरी छोड़ सेना में आए थे मेजर केतन, शहीद होने से पहले व्हाट्सऐप पर भेजी फोटो

Jun 19, 2019
12:50 pm

क्या है खबर?

सोमवार को कश्मीर के अचाबल इलाके में आतंकियों से लोहा लेते हुए 19 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए थे। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। सोमवार सुबह लगभग 7 बजे केतन ने अपने परिवार के व्हाट्सऐप ग्रुप में खुद की फोटो भेजकर बताया था कि यह उनकी अंतिम फोटो हो सकती है। इसके कुछ घंटे बाद वो आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए।

परिवार

सेना में शामिल होने के लिए छोड़ दी पैसे वाली नौकरी

मंगलवार को जब उनका शव मेरठ कैंट स्थित उनके घर पहुंचा तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनकी मां रोते हुए कह रही थीं, "मेरा शेर पुत्त गोलियों तो नहीं डरदा सी। मेरा बेटा कहां चला गया.. कोई बताओ वो कब वापस आएगा।" केतन मेरठ में अपनी पत्नी इरा शर्मा, चार-वर्षीय बेटी, अपने मां-पिता और छोटी बहन के साथ रहते थे। साल 2012 में बतौर लेफ्टिनेंट सेना में भर्ती होने से पहले केतन गुरुग्राम में नौकरी करते थे।

शहादत

तिरंगे में लिपटकर घर लौटे केतन

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फैमिली ग्रुप में केतन का मैसेज आने के बाद उनकी पत्नी और उनके जीजा ने रिप्लाई किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि केतन सही-सलामत वापस लौटेंगे। केतन की पत्नी उस वक्त अपने माता-पिता से मिलने गाजियाबाद गई हुई थी। दोपहर लगभग 3 बजे सेना के कई अधिकारी केतन के घर आए और बताया कि केतन इस दुनिया में नहीं रहे। इसके कुछ देर बाद हेलिकॉप्टर में शहीद मेजर केतन शर्मा का तिरंगे में लिपटा शव लाया गया।

करियर

बतौर लेफ्टिनेंट हुए सेना में भर्ती

परिवार ने बताया कि कैंट इलाके में पले-बढ़े केतन के एक अंकल सेना से रिटायर हुए हैं। केतन हमेशा से सेना में जाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कई बार राष्ट्रीय सुरक्षा एकेडमी (NDA) में जाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने नौकरी करते हुए कंबाइन डिफेंस सर्विस (CDS) की परीक्षा पास की। इसके बाद 2012 में वो बतौर लेफ्टिनेंट शामिल हुए। इसके कुछ समय बाद उनकी शादी हुई थी।

जानकारी

22 दिन पहले ड्यूटी पर लौटे थे केतन

परिवार ने बताया कि केतन महज 22 दिन पहले ही एक महीने की छुट्टियां बीताकर ड्यूटी पर लौटे थे। उनके पिता ने बताया कि केतन उनसे रोजाना बात करता था। वो अपने पिता को अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए तैयार कर रहे थे।

श्रद्धांजलि

रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख ने दी श्रद्धांजलि

सोमवार सुबह अचाबल इलाके में हुए एनकाउंटर में मेजर केतन शहीद हुए थे और दो जवान घायल हुए थे। इस एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया गया था। पुलिस ने बताया कि आतंकी ने सुरक्षाबलों की टीम पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शहीद मेजर को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।