कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपी गिरफ्तार, चाकू से किया गया था 15 बार हमला
मंगलवार रात को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपियों शेख अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन पठान को गिरफ्तार कर लिया गया है। गुजरात ATS ने दोनों को राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर स्थित शमलाजी से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को जल्द ही उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। इस बीच कमलेश तिवारी के शव के परीक्षण से सामने आया है कि उन्हें कम से कम 15 बार चाकू मारा गया था।
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान का बदला लेने के लिए की हत्या
गुजरात ATS ने बयान के अनुसार, दोनों मुख्य आरोपियों ने शुरूआती पूछताछ में बताया है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर कमलेश तिवारी के विवादित बयान का बदला लेने के लिए उसकी हत्या की। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने कहा कि गुजरात ATS ने उन्हें दोनों आरोपियों की गिरफ्तार के बारे में सूचित कर दिया है और जल्द ही यूपी पुलिस उन्हें अपनी हिरासत में लेकर उत्तर प्रदेश लाएगी।
झूठी पहचान पर कमलेश तिवारी की पार्टी में भर्ती हुआ था एक आरोपी
शेख अशफाक मुंबई की एक फार्मा कंपनी के मेडिकल प्रतिनिधि के तौर पर काम करता था और रोहित सोलंकी की झूठी पहचान पर कमलेश तिवारी की हिंदू समाज पार्टी में भर्ती हुआ था। वहीं मोइनुद्दीन पठान एक फूड सप्लाई कंपनी के लिए काम करता था।
CCTV फुटेज और सिम कार्ड के जरिए किया गया ट्रैक
गुजरात ATS ने विभिन्न जगहों से प्राप्त CCTV फुटेज और एक सिम कार्ड के जरिए दोनों आरोपियों को ट्रैक किया। ये सिम उन्होंने तिवारी की हत्या से पहले अपने असली पहचान पत्र पर कानपुर से खरीदी थी और लगातार इसी का इस्तेमाल कर रहे थे। उनके अनुसार, दोनों आरोपियों ने नेपाल भाग गए थे और वहां से रविवार को यूपी के शाहजहांपुर वापस लौटे और वहां से गुजरात की ओर बढ़ रहे थे।
कमलेश तिवारी पर चाकू से 15 बार हमला
वहीं कमलेश तिवारी के शव के परीक्षण में सामने आया है कि उन पर चाकू से 15 बार हमला किया गया था। उनके सीने के बाईं तरफ चाकू से सात बार हमला किया गया जिससे तीन से चार सेंटीमीटर का छेद हो गया था। इसके अलावा गले सहित दो जगह चाकू से रेते जाने के निशान भी मिले। हत्यारों ने एक बार गोली भी चलाई थी क्योंकि तिवारी के चेहरे के बाईं तरफ गोली से घाव के निशान थे।
कमलेश तिवारी की पत्नी और बॉडीगार्ड को क्यों नहीं सुनाई दी गोली की आवाज?
इस बीच पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि अगर आरोपियों ने गोली चलाई तो उस समय घर पर ही मौजूद कमलेश तिवारी की पत्नी और उनके बॉडीगार्ड को गोली चलने की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी। पुलिस के अनुसार, अभी ये साफ नहीं है कि पिस्टल मिठाई के डिब्बे में थी या इसे कहीं और छिपाकर लाया गया था। क्या पिस्टल पहले से ही घर में मौजूद थी, पुलिस इस दृष्टिकोण से भी जांच कर रही है।
शुक्रवार को हुई थी कमलेश तिवारी की हत्या
हिंदू महासभा के पूर्व नेता और हिंदू समाज पार्टी के संस्थापक कमलेश तिवारी का शुक्रवार दोपहर लखनऊ स्थित उनके घर पर हत्या कर दी गई थी। उनके घर में ही पार्टी कार्यालय था और आरोपी मिठाई के डिब्बे में चाकू लेकर आए थे। CCTV फुटेज से पता चला था कि हमलावरों ने भगवा कपड़े पहने हुए थे। पुलिस घटना में अभी तक मुख्य आरोपियों समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जो सभी गुजरात से हैं।