महिंद्रा ने उत्तर प्रदेश में दर्ज हुई FIR पर तोड़ी चुप्पी, कंपनी ने ये कहा
उत्तर प्रदेश के कानपुर में महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और कंपनी के 12 कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। अब कंपनी ने इस पर चुपी तोड़ी है। महिंद्रा ने आधिकारिक बयान में दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कॉर्पियो गाड़ी में एयरबैग नहीं होने से संबंधित आरोपों को स्वीकार किया है। हालांकि, कंपनी ने कहा कि 2020 में पेश हुए स्कॉर्पियो S9 वर्जन में एयरबैग को सुरक्षा सुविधाओं के हिस्से के रूप में शामिल किया गया था।
क्या हुआ था मामला ?
कानपुर निवासी राजेश मिश्रा ने पिछले दिनों महिंद्रा कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया कि उन्होंने 2020 में 17.39 लाख रुपये की महिंद्रा स्कॉर्पियो उनके बेटे अपूर्व को उपहार में दी थी। 14 जनवरी, 2022 को अपूर्व की यह गाड़ी कोहरे के कारण डिवाइडर से टकरा गई और गाड़ी के कई बार पलटने से उसकी मौत हो गई। उन्हाेंने आरोप लगाया है कि स्कॉर्पियो कार में एयरबैग नहीं थे, जिसके कारण उनके बेटी की मौत हुई।
कंपनी की आंतरिक जांच में ये आया सामने
महिंद्रा ने बताया है कि उन्होंने घटना और वाहन की सुरक्षा प्रणालियों की कार्यक्षमता की व्यापक जांच के लिए एक विस्तृत तकनीकी जांच की थी, जिसे उनकी विशेषज्ञ टीमों ने अक्टूबर, 2022 में पूरा किया था। कंपनी ने कहा है कि उनकी आंतरिक जांच में एयरबैग की खराबी का कोई सबूत नहीं मिला है। इसके अलावा, बताया कि इस तरह गाड़ी पलटने के मामलों में फ्रंट एयरबैग आमतौर पर डिजाइन मानकों के अनुसार नहीं खुलते हैं।