महाराष्ट्र: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर अब उम्र और नाम के विवाद में फंसी, क्या है मामला?
महाराष्ट्र के पुणे में पद के दुरुपयोग और कथित फर्जी दस्तावेजों को लेकर विवादों में घिरी ट्रेनी IAS पूजा खेडकर अब उम्र और नाम से जुड़े एक नए विवाद में फंस गई हैं। खबरों के मुताबिक, खेडकर ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के तहत अधिक बार परीक्षा देने के लिए अपनी उम्र और नाम में बदलाव किया। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) के 2020 और 2023 के विवाद से जुड़े आदेशों में उनके अलग-अलग नामों की जानकारी मिली है।
क्या है उम्र और नाम से जुड़ा विवाद?
CAT की ओर से जारी 2020 के आदेश में पूजा खेडकर का नाम डॉ. खेडकर पूजा दिलीपराव है और इसमें उम्र 30 साल लिखी है। इसके बाद CAT की ओर से 2023 में एक और विवाद से जुड़े मामले के आदेश में पूजा खेडकर का नाम मिस पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर है और उम्र 31 साल लिखी है। सवाल उठ रहे हैं कि 2020 से 2023 के बीच 3 साल के अंतराल में उम्र सिर्फ 1 साल कैसे बढ़ी।
पूजा ने दी है 11 बार UPSC की परीक्षा
दैनिक भास्कर के मुताबिक, पूजा खेडकर ने कुल 11 बार सिविल सर्विस की परीक्षा दी है। हालांकि, 2023 की परीक्षा के बाद उनकी तैनाती हुई है। बता दें कि UPSC में सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार अधिकतम 32 साल की उम्र तक 6 बार परीक्षा दे सकते हैं, वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के अभ्यर्थी 35 साल की उम्र तक 9 बार परीक्षा दे सकते हैं। पूजा पर दिव्यांगता और OBC कोटे का दुरुपयोग कर UPSC में चयन का आरोप है।
पूजा की ट्रेनिंग रोकी गई
विवादों से घिरीं पूजा पर उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी (LBSNAA) ने बड़ी कार्रवाई की है। एकेदमी ने उनका महाराष्ट्र में जिला ट्रेनिंग कार्यक्रम रद्द कर दिया है और उनको वापस बुलाने के लिए पत्र जारी किया है। उनको 23 जुलाई तक एकेडमी में सूचना देने के लिए कहा गया है। इससे पहले वाशिम जिलाधिकारी ने उनके आदिवासी विकास परियोजना में प्रशिक्षु के तौर पर शामिल होने पर रोक लगाई थी।
कई मामलों में फंसी हैं पूजा खेडकर
पूजा खेडकर कथित फर्जी प्रमाणपत्रों के अलावा नॉन-क्रीमी लेकर बताकर जांच के घेरे में आई हैं, जबकि उनके पास करोड़ों की संपत्ति है। मामले की जांच केंद्र सरकार द्वारा गठित कमेटी कर रही है, जिसमें दोषी पाए जाने पर उन्हें बर्खास्त भी किया जा सकता है। इसके अलावा उनके ऊपर यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर 27,000 रुपये का चालान भी लंबित है। उनके माता-पिता मनोरमा और दिलीप खेडकर किसान को धमकाने को लेकर आरोपी बने हैं।