महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में ठेकेदार और मूर्तिकार जयदीप आप्टे गिरफ्तार
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा गिरने के मामले में पुलिस ने ठेकेदार और मूर्तिकार जयदीप आप्टे को गिरफ्तार कर लिया है। प्रतिमा गिरने के बाद से आप्टे फरार था। उसे बुधवार देर शाम ठाणे जिले के कल्याण से पकड़ा गया है। अभी वह पुलिस उपायुक्त कार्यालय में है। सिंधुदुर्ग पुलिस की टीमें मुंबई, ठाणे और कोल्हापुर समेत कई जगहों पर आप्टे की तलाश कर रही थीं। उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
प्रतिमा बनाने का नहीं था कोई अनुभव
इंडिया टुडे के मुताबिक, कल्याण में एक आर्ट कंपनी के मालिक आप्टे को बड़ी मूर्तियां बनाने का अनुभव नहीं था, फिर भी उन्हें सिंधुदुर्ग में बड़ी प्रतिमा बनाने का ठेका मिला। पिछले दिनों शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के मुखपत्र सामना ने खुलासा किया कि आप्टे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे का दोस्त है, इसलिए बिना अनुभव के उसे ठेका मिला। आप्टे के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी था। संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल 31 अगस्त को गिरफ्तार हुआ था।
क्या है प्रतिमा गिरने का मामला?
मुंबई से लगभग 480 किलोमीटर दूर सिंधुदुर्ग के मालवण तहसील के राजकोट किले में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा 26 अगस्त को ढह गई। प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर किया था, जिससे इसकी खराब गुणवत्ता को लेकर विवाद और बढ़ गया है। मामले को लेकर विपक्ष की पार्टियां महाराष्ट्र की सरकार पर हावी हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी इस पर माफी मांग चुके हैं।