महाराष्ट्र ने किया कोरोना के आंकड़ों में संशोधन, मौतों की संख्या में किया 3,509 का इजाफा
कोरोना महामारी के दौर में देश में संक्रमण और मौतों के सरकारी आंकड़ों पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसी बीच अब महाराष्ट्र सरकार की समीक्षा में कोरोना संक्रमण और मौतों के आंकड़ों में अंतर नजर आया है। इसको देखते हुए सरकार ने मंगलवार को मौतों के आंकड़ों में 3,509 पुरानी मौत और 2,479 संक्रमण के मामलों को जोड़ दिया है। इससे राज्य और देश के कुल आंकड़ों में बड़ा बदलाव आया है।
सरकार ने कराई थी मौत और संक्रमण के आंकड़ों की समीक्षा
इंडिया टुडे के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने गत दिनों राज्य के सभी जिलों से कोरोना संक्रमण और मौतों के आंकड़ों की समीक्षा कराई थी। इसमें 10 जुलाई तक संक्रमण के मामलों में 2,479 का अंतर पाया गया और 12 जुलाई तक मौतों के आंकड़ों में 3,509 को अंतर देखा गया। इसके चलते सरकार ने इसे अपने मौजूदा आंकड़ों में शामिल कर लिया। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने महामारी के दौरान यह 14वीं बार आंकड़ों की समीक्षा कराई है।
संशोधन के बाद राज्य के आंकड़ों में आया उछाल
महाराष्ट्र सरकार की ओर से आंकड़ों में संशोधन करने के बाद राज्य के कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट्र में सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या 62,20,207 थी जो मंगलवार को बढ़कर 62,29,596 पर पहुंच गई। इसी तरह मृतकों की संख्या 1,27,097 से बढ़कर 1,30,753 पर पहुंच गई है। हालांकि, मंगलवार को राज्य में वास्तविक संक्रमण के मामले 6,910 और मृतकों की संख्या 147 थी।
संशोधन के बाद देश में 4.18 लाख के पार पहुंची मृतकों की संख्या
महाराष्ट्र सरकार के इस संशोधन ने कोरोना महामारी के राष्ट्रीय आंकड़े पर भी बड़ा असर डाला है। देश में सोमवार को जहां कुल 30,093 नए मामले सामने आए थे, वहीं मंगलवार को यह संख्या 42,015 पर पहुंच गई। इसी तरह देश में सोमवार को कुल 374 मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन मंगलवार को यह आंकड़ा 3,998 पर पहुंच गया। इसके देश में संक्रमितों की कुल संख्या 3,12,16,337 और मृतकों की संख्या 4,18,480 पर पहुंच गई है।
बिहार और मध्य प्रदेश सरकार भी कर चुकी है आंकड़ों में संशोधन
बता दें कि इससे पहले बिहार और मध्य प्रदेश सरकार भी कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में संशोधन कर चुकी है। जून में पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार को मौत के आंकड़ों की जांच कराने के आदेश दिए थे। उसके बाद जब सरकार ने मौतों के आंकड़े को 5,458 से बढ़ाकर 9,429 पर पहुंचा दिया था। इसी तरह मध्य प्रदेश सरकार ने 13 जुलाई को मौतों के आंकड़ों में 1,478 का इजाफा करते हुए आंकड़े में उछाल ला दिया था।