कोरोना: महाराष्ट्र में लगातार चौथे दिन 1,000 से ज्यादा मामले, मुंबई में मिले सर्वाधिक मरीज
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है। मुंबई में इस महीने के शुरुआती चार दिनों में 3,095 नए मामले सामने आ चुके हैं, जो पूरे मार्च में मिले कुल 1,519 मामलों के लगभग दोगुना हैं। इस महीने महाराष्ट्र में 4,618 नए मरीज मिले हैं, जिनमें से करीब 60 प्रतिशत अकेले मुंबई में मिले हैं। महामारी के प्रसार को देखते हुए सरकार ने लोगों से मास्क पहनने की अपील की है।
महाराष्ट्र में लगातार चौथे दिन 1,000 से ज्यादा मामले
महाराष्ट्र में शनिवार को लगातार चौथे दिन 1,000 से अधिक मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। शनिवार को राज्य में 1,357 लोगों को संक्रमित पाया गया। यह 20 फरवरी के बाद एक दिन में मिले मरीजों की सबसे बड़ी संख्या है। मुंबई की बात करें तो यहां शनिवार को 889 लोगों को संक्रमित पाया गया और एक बुजुर्ग की मौत हुई। इसके बाद नवी मुंबई में सबसे ज्यादा 104 और ठाणे में 91 मामले दर्ज किए गए।
लगभग 5,900 पहुंची सक्रिय मरीजों की संख्या
शनिवार को ताजा वृद्धि के बाद सक्रिय मामलों की संख्या 5,888 पहुंच गई है। इनमें से 72 प्रतिशत (4,294) मरीज अकेले मुंबई के हैं। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए मुंबई समेत कई जगहों पर टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है।
लोगों में हो रहा हल्का संक्रमण
राज्य के सर्विलांस अधिकारी डॉ प्रदीप अवाटे ने कहा कि लोगों में संक्रमण की गंभीरता हल्की है और मरीज 2 से 3 दिनों में ठीक हो रहे हैं। यह जरूरी है कि लोग बूस्टर डोज ले लें और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ेगी, लेकिन यह जल्द ही स्थिर होकर नीचे आने लगेगी। अभी तक संक्रमण का दायरा 6-7 जिलों तक ही सीमित हैं।
यह चौथी लहर नहीं- अवाटे
अवाटे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है, लेकिन यह चौथी लहर नहीं है। दिल्ली में भी अप्रैल में मामले बढ़े थे, लेकिन जल्द ही इनकी संख्या कम होना शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों में चौथी लहर को लेकर चिंता इसलिए भी नहीं है क्योंकि ज्यादातर मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़े हुए हैं। जानकारों का कहना है कि इसकी संभावना कम है कि एक ही वेरिएंट दो लहरों का कारण बने।
मास्क नहीं किया गया अनिवार्य
मीडिया रिपोर्ट्स के खंडन करते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में मास्क अनिवार्य नहीं किया गया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिलों को भेजे पत्र में इस्तेमाल किए गए शब्दों के कारण भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। टोपे ने कहा कि अभी मास्क अनिवार्य नहीं है, लेकिन स्थिति पर नजर बनी हुई है और 10-15 दिनों में इस पर फैसला लिया जाएगा।
देशभर में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 4,270 नए मामले सामने आए और 15 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,31,76,817 हो गई है। इनमें से 5,24,692 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 24,052 हो गई है। पिछले कुछ दिनों से देश में कोरोना के नए मामलों में मामूली तेजी देखी जा रही है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने पांच राज्यों को पत्र लिखा है।