महाराष्ट्र: झरने में परिवार के बहने के बाद सख्त नियम लागू, बंद होंगे खतरनाक पर्यटन स्थल
महाराष्ट्र में पुणे के लोनावला में स्थित भुशी बांध में एक परिवार के 5 सदस्यों के झरने में बह जाने के बाद पुणे जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए सख्त दिशा-निर्देश लागू किए हैं। कलेक्टर सुहास दिवासे ने अधिकारियों को नदियों, झीलों, बांधों, झरनों, किलों और वन क्षेत्रों जैसे पिकनिक स्थलों का दौरा करने और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिया है। साथ ही आपदा संभावित और जहां सुरक्षा के उपाय नहीं हैं, उन स्थानों को बंद किया जाए।
पर्यटक वाली जगहों पर तैनात हों गोताखोर
अधिकारी ने राजस्व, वन, रेलवे, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (PWD) को उन जलाशयों में गोताखोर, बचाव नौकाएं, लाइफगार्ड, लाइफ जैकेट तैनात करने को कहा, जहां पर्यटक अक्सर आते हैं। साथ ही गैर सरकारी संगठनों, बचाव संस्थाओं, ट्रेकर्स और स्थानीय लोगों की सहायता लेने को कहा। बता दें, मानसून के दिनों में पर्यटक पश्चिमी घाट में स्थित मावल, मुलशी, खेड़, जुन्नार, भोर, वेल्हा, अम्बेगांव क्षेत्रों में भुशी, पावना बांध क्षेत्र, लोनावाला, सिंहगढ़, मालशेज और तमहिनी घाट घूमने आते हैं।
क्या है पुणे में परिवार के बहने का मामला
30 जून रविवार को लोनावला में स्थित भुशी बांध में दर्दनाक हादसा हुआ था। यहां मानसून के दौरान झरने के बीच नहाने गए परिवार के 5 सदस्य तेज बहाव में बह गए। मौके पर परिवार के 7 सदस्य थे, जिसमें 5 की मौत हो गई, जबकि 2 तैरकर वापस आ गए। 5 सदस्यों में महिला और 4 बच्चे शामिल हैं। हादसे के रोंगटे खड़े करने वाले वीडियो में परिवार तेज बहाव में एकदूसरे को पकड़े नजर आ रहे हैं।